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समुद्र के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए 170 देशों की ऐतिहासिक प्रतिबद्धता

फ्रांस के नीस में आयोजित संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन में 170 देशों ने समुद्र के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए एक ऐतिहासिक संकल्प लिया। इस सम्मेलन में "नीस घोषणा" को अपनाया गया, जिसका उद्देश्य समुद्री संरक्षित क्षेत्रों का विस्तार करना और प्लास्टिक प्रदूषण से लड़ना है। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने गहरे समुद्र में खनन पर रोक लगाने की अपील की। यह सम्मेलन जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और अत्यधिक मछली पकड़ने जैसे मुद्दों पर ठोस कार्रवाई के लिए देशों को एकजुट करने का प्रयास है।
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समुद्र के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए 170 देशों की ऐतिहासिक प्रतिबद्धता

संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन में वैश्विक सहयोग

दुनिया के 170 देशों ने फ्रांस के नीस में आयोजित संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन में समुद्र के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण संकल्प लिया है। इस सम्मेलन में "नीस घोषणा" को सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य समुद्री संरक्षित क्षेत्रों (Marine Protected Areas - MPAs) का विस्तार करना और प्लास्टिक प्रदूषण से निपटना है। यह बैठक अगले साल जून 2025 में कोस्टा रिका में होने वाले मुख्य महासागर सम्मेलन की तैयारी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थी। इस कार्यक्रम में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और कोस्टा रिका के राष्ट्रपति रोड्रिगो चाव्स रोबल्स सहित कई देशों के नेता, वैज्ञानिक और गैर-सरकारी संगठन शामिल हुए।


नीस घोषणा के प्रमुख बिंदुओं में, राष्ट्रपति मैक्रों ने समुद्र के बिना भविष्य की कल्पना करना असंभव बताया और गहरे समुद्र में खनन पर रोक लगाने की अपनी अपील को दोहराया। नेताओं ने एक स्थायी "ब्लू इकोनॉमी" को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर भी जोर दिया, जो समुद्री संसाधनों का उपयोग इस तरह से करे कि पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे। यह सम्मेलन जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और अत्यधिक मछली पकड़ने जैसे समुद्र के सामने मौजूद खतरों के खिलाफ देशों को एकजुट करने और ठोस कार्रवाई के लिए एक मंच प्रदान करता है।