सिंथेटिक इंटेलिजेंस: भविष्य की नई तकनीक

सिंथेटिक इंटेलिजेंस का परिचय
सिंथेटिक इंटेलिजेंस: जहां एक ओर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने दुनिया में हलचल मचा रखी है, वहीं अब सिंथेटिक इंटेलिजेंस (SI) की चर्चा भी तेजी से बढ़ रही है। लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या AI लाखों लोगों को बेरोजगार कर देगा या नए रोजगार के अवसर पैदा करेगा। इन सवालों के जवाब अभी तक स्पष्ट नहीं हुए थे कि SI की अवधारणा सामने आ गई है।
सिंथेटिक इंटेलिजेंस को AI से भी अधिक उन्नत माना जा रहा है, जिसमें मानव संवेदनाएं और चेतना शामिल हो सकती हैं। यदि ऐसा संभव हुआ, तो इंसान की आवश्यकता पर गंभीर चर्चा शुरू हो गई है।
सिंथेटिक इंटेलिजेंस क्या है?
SI तकनीक और आविष्कारों की दुनिया में एक महत्वपूर्ण विषय बन गया है, जिसे विशेषज्ञ AI का अगला स्तर मानते हैं। हाल ही में आई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि SI को केवल मशीन नहीं माना जा रहा, बल्कि इसे एक नई चेतना के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें भावनाएं, इच्छाएं और पहचान जैसी विशेषताएं शामिल होंगी।
अब तक ये विशेषताएं केवल मानवों में ही देखी जाती थीं, लेकिन SI में ये सभी गुण होंगे। SI उन AI मशीनों को संदर्भित करता है जो मानवों की तरह सोचने, समझने और निर्णय लेने की क्षमता रखती हैं।
AI और SI के बीच का अंतर
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) वह तकनीक है जो मशीनों को मानव जैसी बुद्धिमत्ता प्रदान करती है, जैसे कि सीखना, तर्क करना, निर्णय लेना और विशिष्ट कार्य करना। इसे नैरो AI (विशिष्ट कार्यों के लिए) और जनरल AI (सामान्य बुद्धिमत्ता) में वर्गीकृत किया जाता है।
सिंथेटिक इंटेलिजेंस (SI) एक नई अवधारणा है, जो AI से अधिक व्यापक मानी जाती है। यह न केवल मानव जैसी बुद्धिमत्ता की नकल करती है, बल्कि पूरी तरह से नई प्रकार की बुद्धिमत्ता को विकसित करने पर केंद्रित है, जो जैविक बुद्धि से भिन्न हो सकती है। SI का उद्देश्य मशीनों को ऐसी बुद्धिमत्ता प्रदान करना है जो मानव या प्रकृति से प्रेरित न हो, बल्कि पूरी तरह से कृत्रिम और नवीन हो।
उद्देश्य
AI: मानव बुद्धि की नकल करने या विशिष्ट कार्यों को स्वचालित करने पर केंद्रित है।
SI: मानव बुद्धि की सीमाओं को पार करके पूरी तरह से नई बुद्धिमत्ता प्रणाली बनाने का प्रयास करता है। यह ऐसी प्रणालियों पर जोर देता है जो स्वतंत्र रूप से नई अवधारणाएं बना सकें, जो मानव ने कभी नहीं सोचीं।
AI: वर्तमान में व्यापक रूप से उपयोग में है, जैसे GROK, chatgpt, Gemini आदि।
SI: अभी ज्यादातर सैद्धांतिक और प्रारंभिक अनुसंधान चरण में है। यह पूरी तरह से विकसित नहीं हुआ है, क्योंकि यह AI से आगे की अवधारणा है।