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सीतापुर में पुलिसकर्मी की धमकी का वीडियो वायरल, दुकानदार को दी खून निकालने की धमकी

सीतापुर में एक पुलिसकर्मी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें वह दुकानदार को धमकाते हुए और उसे खून निकालने की धमकी देते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह घटना पुलिस की छवि को और खराब कर रही है। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और पुलिसकर्मी के पिछले विवादों के बारे में।
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सीतापुर में पुलिसकर्मी की धमकी का वीडियो वायरल, दुकानदार को दी खून निकालने की धमकी

सीतापुर में पुलिसकर्मी का विवादास्पद वीडियो


सीतापुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कोशिशों के बावजूद यूपी पुलिस की छवि में सुधार नहीं हो पा रहा है। हाल ही में सीतापुर में एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एक मुख्य आरक्षी, श्याम बाबू शुक्ला, दुकानदार को धमकाते हुए नजर आ रहे हैं। इस वीडियो में वह दुकानदार को गालियाँ देते हुए और उसे जूते से मारने की धमकी देते हुए दिखाई दे रहे हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने दुकानदार को यह भी कहा कि वह उसके शरीर से खून निकालकर कुत्तों को पिला देंगे। यह सब कुछ दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है।


देखें वीडियो




इस वायरल वीडियो में दिखाया गया है कि मुख्य आरक्षी श्याम बाबू शुक्ला किस प्रकार दुकानदार को धमका रहे हैं और गुस्से में अवैध हथियार भी निकालते हैं। यह घटना शहर कोतवाली क्षेत्र के पुलिस लाइन इलाके की है।


दुकानदार के साथ गाली गलौज


जानकारी के अनुसार, मुख्य आरक्षी श्याम बाबू शुक्ला कलेक्ट्रेट स्थित सदर मालखाना में तैनात हैं। वह एक दुकान पर जाकर दुकानदार से सोने की चेन मांगते हैं। जब दुकानदार ने बताया कि चेन नहीं बिक रही है, तो श्याम बाबू गुस्से में दुकान के अंदर घुस गए और दुकानदार को धमकाने लगे। वीडियो में देखा जा सकता है कि वह दुकानदार से कह रहे हैं कि वह उसके शरीर से खून निकालकर कुत्तों को पिला देंगे। दुकानदार ने गाली न देने की बात कही, लेकिन श्याम बाबू ने उसे धमकी दी कि वह उसे मार डालेंगे। इस बीच, उन्होंने टी-शर्ट के नीचे से कुछ निकालकर हाथ में पकड़ लिया।


बाबू शुक्ला का विवादों से पुराना नाता


यह ध्यान देने योग्य है कि मुख्य आरक्षी श्याम बाबू शुक्ला का विवादों से पुराना संबंध है। इससे पहले भी वह शहर कोतवाली में तैनात रहते हुए कई विवादों में रहे हैं। एक बार लखनऊ में एक प्रकरण में भी वह चर्चा में रहे थे। उस समय उन्होंने सरकारी पिस्टल कोतवाली के माल खाने में जमा न करके अपने साथ लखनऊ ले गए थे, जहां उनका सड़क पर विवाद हो गया था। पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर उन्होंने खुद को सीतापुर में तैनात दरोगा बताया था, लेकिन जांच में वह मुख्य आरक्षी निकले।