सीधी हत्या मामले में महिला को मिली दोहरी आजीवन कारावास की सजा

सीधी हत्या का दिल दहला देने वाला मामला
सीधी हत्या मामला: मध्यप्रदेश के सीधी जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। एक बहू ने घरेलू विवाद के चलते अपनी सास और सौतेली बेटी की निर्मम हत्या कर दी। उसने दोनों शवों को छिपाने के लिए एक को गोबर के ढेर में दबा दिया और दूसरी को कुएं में फेंक दिया। इस जघन्य अपराध के लगभग छह साल बाद, अदालत ने दोषी महिला को दोहरे आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
हत्या की घटना का विवरण
17 जून 2019 की रात को मृतक सावित्री बाई (सास) और उसकी नातिन लक्ष्मी (सौतेली बेटी) घर में सो रही थीं। इस दौरान, उर्मिला ने फावड़े से सावित्री के सिर और गर्दन पर कई वार कर उसकी हत्या कर दी। शोर सुनकर जब लक्ष्मी जागी, तो उसने लक्ष्मी पर भी हमला किया, जिससे उसकी भी मौके पर ही मौत हो गई।
शव छिपाने की चौंकाने वाली विधि
हत्या के बाद, उर्मिला ने सावित्री का शव घसीटकर गोबर के ढेर में दबा दिया और उसे घास-फूस से ढक दिया। वहीं, लक्ष्मी के शव को कपड़े में लपेटकर लोहे के बक्से में छिपाया और बाद में उसे कुएं में फेंक दिया।
पड़ोसियों की सूझबूझ से खुला राज
21 जून 2019 की सुबह, पड़ोसन पूनम कुशवाहा को उर्मिला के बाड़ी से तेज दुर्गंध आई। जब उसने जांच की, तो गोबर के ढेर में शव दिखाई दिया। इसके बाद गांव में हड़कंप मच गया। उर्मिला ने खुद गांववालों को बताया कि उसकी बाड़ी में लाश मिली है और थाने में सूचना देने पहुंची।
पुलिस जांच और अदालत का फैसला
पुलिस ने मामले की जांच में 26 गवाहों और 15 दस्तावेजों को अदालत में पेश किया। विवेचना में यह स्पष्ट हो गया कि हत्याएं उर्मिला ने ही की थीं। अभियोजन पक्ष ने मजबूत पैरवी की और अदालत ने उर्मिला को दोषी मानते हुए दोहरे आजीवन कारावास की सजा सुनाई।