सीपी राधाकृष्णन: NDA के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की कहानी

सीपी राधाकृष्णन का परिचय
सीपी राधाकृष्णन का प्रोफाइल: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन ने सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाया है। उनकी उम्मीदवारी पर BJP की पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक में चर्चा हुई और सर्वसम्मति से उनके नाम पर मुहर लगाई गई। इसके बाद, BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मीडिया को जानकारी दी। आइए जानते हैं सीपी राधाकृष्णन के बारे में और अधिक।
महाराष्ट्र के राज्यपाल
सीपी राधाकृष्णन वर्तमान में महाराष्ट्र के 24वें राज्यपाल हैं, जिन्होंने 31 जुलाई 2024 को शपथ ली थी। वे BJP के एक प्रमुख नेता हैं और महाराष्ट्र का राज्यपाल बनने से पहले झारखंड के राज्यपाल रह चुके हैं। उन्होंने 18 फरवरी 2023 से 30 जुलाई 2024 तक झारखंड का कार्यभार संभाला। इसके अलावा, मार्च 2024 से जुलाई 2024 तक उन्होंने तेलंगाना के राज्यपाल और पुदुचेरी के उपराज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी संभाला था।
राजनीति में प्रवेश
उपराष्ट्रपति चुनाव 2024 के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन का जन्म 20 अक्टूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरुपुर में हुआ। उन्होंने VO चिदंबरम कॉलेज से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। 16 वर्ष की आयु में, वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और जनसंघ के सदस्य बने। उन्होंने 1998 और 1999 में तमिलनाडु के कोयंबटूर से लोकसभा चुनाव लड़ा और सांसद बने।
BJP में महत्वपूर्ण भूमिका
2004 से 2007 तक, सीपी राधाकृष्णन तमिलनाडु BJP के प्रदेश अध्यक्ष रहे। उन्होंने 2004 में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया और ताइवान की पहली संसदीय शिष्टमंडल यात्रा में भी भाग लिया। 2016 से 2020 तक, वे कोच्चि के कोयर बोर्ड के अध्यक्ष रहे और 2020 से 2022 तक केरल के लिए BJP के अखिल भारतीय प्रभारी रहे।
महाराष्ट्र के गवर्नर के रूप में कार्यकाल
सीपी राधाकृष्णन ने रमेश बैस के बाद 31 जुलाई 2024 को महाराष्ट्र के गवर्नर के रूप में शपथ ली। बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश देवेंद्र कुमार उपाध्याय ने उन्हें शपथ दिलाई। इस समारोह में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार सहित कई प्रमुख व्यक्तियों ने भाग लिया।
विशेष उपलब्धियाँ
सीपी राधाकृष्णन ने 2004 में 19000 किलोमीटर लंबी रथयात्रा निकाली, जिसमें उन्होंने नदियों को जोड़ने, आतंकवाद उन्मूलन और समान नागरिक संहिता जैसे मुद्दों को उठाया। झारखंड के राज्यपाल रहते हुए, उन्होंने चार महीनों में सभी 24 जिलों का दौरा किया और नागरिकों से संवाद किया। वे कॉलेज में टेबल टेनिस के चैंपियन रहे हैं और लंबी दूरी के धावक भी रहे हैं। उन्होंने अमेरिका, ब्रिटेन, चीन, जापान और ताइवान जैसे कई देशों की यात्रा की है।