सुकमा में नक्सली मुठभेड़: सुरक्षा बलों ने ढेर किया 5 लाख का इनामी नक्सली

सुकमा में नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई
Sukma Terrorist Attack: छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में सुकमा जिले में मंगलवार को सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच एक गंभीर मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ सुकमा और दंतेवाड़ा जिले की सीमा पर हुई, जहां पिछले कुछ दिनों से सुरक्षाबल एंटी नक्सल ऑपरेशन चला रहे थे। इस मुठभेड़ में एक नक्सली, जिसकी कीमत 5 लाख रुपये थी, मारा गया, जबकि आईईडी विस्फोट में तीन डीआरजी जवान घायल हो गए हैं.
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सुकमा के पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने बताया कि सुरक्षाबलों को सोमवार को इलाके में नक्सलियों की गतिविधियों की सूचना मिली थी। इसके बाद जिला बल, डीआरजी, एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) और सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) की संयुक्त टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया.
#UPDATE | Chhattisgarh | Sukma Encounter update | A Naxalite, identified as a Kerlapal Area Committee Member, carrying a bounty of Rs 5 lakh, has been eliminated in the Donginpara encounter. Three DRG jawans sustained injuries due to a pressure IED blast in this operation. BGL… https://t.co/m7EvEaW8py pic.twitter.com/G0R8KXOeRR
— News Media (@NewsMedia) July 30, 2025
जवानों पर नक्सलियों का हमला
जवानों पर किया हमला मंगलवार को नक्सलियों ने जवानों पर घात लगाकर हमला किया, लेकिन जवानों ने साहस के साथ जवाब दिया और एक नक्सली को मार गिराया। मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों ने आईईडी विस्फोट भी किया, जिसमें तीन डीआरजी जवान घायल हो गए। घायल जवानों को तुरंत अस्पताल भेजा गया, जहां उनकी स्थिति स्थिर बताई गई है.
हथियारों की बरामदगी
भारी मात्रा में हथियार बरामद एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से बड़ी मात्रा में हथियार, गोलाबारूद, विस्फोटक सामग्री और दैनिक उपयोग की वस्तुएं बरामद की गई हैं। उन्होंने कहा कि यह जब्ती सुरक्षाबलों की सतर्कता और साहस को दर्शाती है और नक्सली नेटवर्क के लिए एक बड़ा झटका है.
नक्सल ऑपरेशन जारी
नक्सल ऑपरेशन जारी फिलहाल पूरे क्षेत्र में नक्सल ऑपरेशन जारी है। जंगल और पहाड़ी क्षेत्रों की गहन तलाशी ली जा रही है। सुरक्षा कारणों से ऑपरेशन में शामिल बलों की संख्या, मुठभेड़ की सटीक लोकेशन और अन्य संवेदनशील जानकारी साझा नहीं की गई है। सुकमा और दंतेवाड़ा के सीमावर्ती क्षेत्र लंबे समय से नक्सलियों की सक्रियता का गढ़ रहे हैं। ऐसे में सुरक्षाबलों की यह कार्रवाई न केवल क्षेत्र में शांति बहाल करने की दिशा में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह माओवादियों के मनोबल पर भी चोट करती है.