सुजित कलकल ने वियतनाम में जीता गोल्ड मेडल, भारत का नाम किया रोशन

सुजित कलकल गोल्ड मेडल: चरखी दादरी के पहलवान ने वियतनाम में भारत का मान बढ़ाया
हरियाणा के चरखी दादरी के इमलोटा गांव के पहलवान सुजित कलकल ने वियतनाम में आयोजित U-23 एशियन कुश्ती चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का नाम रोशन किया है।
सुजित ने 65 किलोग्राम भारवर्ग में उज्बेकिस्तान के पहलवान को 10-0 से हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया। उनकी इस शानदार जीत ने न केवल हरियाणा बल्कि पूरे देश को गर्वित किया है। सुजित का यह प्रदर्शन युवा कुश्ती खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है।
सुजित का शानदार सफर
चैंपियनशिप में सुजित ने शुरू से ही बेहतरीन प्रदर्शन किया। सेमीफाइनल में उन्होंने कजाकिस्तान के पहलवान को 10-0 के बड़े अंतर से हराकर फाइनल में जगह बनाई। फाइनल मुकाबले में भी उन्होंने उज्बेकिस्तान के खिलाड़ी को उसी स्कोर से हराया।
उनकी यह जीत कुश्ती की तकनीक और ताकत का अद्भुत उदाहरण है। चरखी दादरी कुश्ती एसोसिएशन के जिला सचिव ने बताया कि सुजित की मेहनत और समर्पण ने उन्हें यह सफलता दिलाई है। उनकी उपलब्धि जिले के लिए गर्व का विषय है।
सुजित की कुश्ती यात्रा
सुजित कलकल का यह पहला अंतरराष्ट्रीय पदक नहीं है। इससे पहले भी उन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीते हैं। हरियाणा के इस युवा पहलवान ने अपनी मेहनत और अनुशासन से कुश्ती के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है। उनकी सफलता हरियाणा की कुश्ती परंपरा को और मजबूत करती है। इमलोटा गांव में उनकी जीत से खुशी का माहौल है। स्थानीय लोग इसे युवाओं के लिए प्रेरणा मानते हैं।
हरियाणा और भारत के लिए गर्व
सुजित की इस जीत ने हरियाणा के कुश्ती खिलाड़ियों की प्रतिभा को फिर से दुनिया के सामने लाया है। उनकी मेहनत ने साबित किया है कि छोटे गांवों से भी बड़े सपने पूरे हो सकते हैं। यह स्वर्ण पदक न केवल सुजित की व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि भारतीय खेल क्षेत्र के लिए भी एक गौरवमयी क्षण है। सुजित अब भविष्य में और बड़े टूर्नामेंट्स में देश का नाम रोशन करने की तैयारी कर रहे हैं। उनकी कहानी हर उस युवा के लिए प्रेरणा है जो खेल में अपना करियर बनाना चाहता है।