सुनील गावस्कर की पाकिस्तान क्रिकेट पर तीखी टिप्पणी: 'अब ये पोपटवाड़ी टीम है'

Asia Cup 2025: भारत की शानदार जीत
Asia Cup 2025: एशिया कप के ग्रुप ए के मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को रविवार को एकतरफा हार का सामना कराया। इस हार के बाद, भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सुनील गावस्कर ने पाकिस्तान टीम पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने पाकिस्तानी टीम को 'पोपटवाड़ी टीम' कहकर मजाक उड़ाया। स्थानीय क्रिकेट में 'पोपटवाड़ी' शब्द का उपयोग कमजोर या पिछड़ी टीम के लिए किया जाता है। गावस्कर ने कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट का स्तर पिछले कुछ वर्षों में इतनी तेजी से गिरा है कि वर्तमान टीम को उन्होंने अपने पांच दशकों के करियर में सबसे कम चुनौतीपूर्ण पाया है।
गावस्कर की यादें: पाकिस्तान का सुनहरा दौर
सुनील गावस्कर ने 1971 में भारतीय टीम में कदम रखा और अगले 17 वर्षों तक उन्होंने पाकिस्तान के महान खिलाड़ियों के खिलाफ खेला। उन्होंने जावेद मियांदाद, इमरान खान, ज़हीर अब्बास, सरफराज नवाज़ और मुदस्सर नज़र जैसे दिग्गजों का सामना किया। बाद में, एक कमेंटेटर के रूप में, उन्होंने वसीम अकरम, वकार यूनिस, इंज़माम-उल-हक, शोएब अख्तर, सईद अनवर और यूनिस खान जैसे खिलाड़ियों को खेलते हुए देखा। 76 साल की उम्र में, गावस्कर के लिए यह मानना कठिन है कि कभी दुनिया की सबसे प्रतिस्पर्धी टीमों में शामिल पाकिस्तान इतनी तेजी से कमजोर हो गई है।
पाकिस्तान अब 'पोपटवाड़ी टीम'
गावस्कर ने कहा, “मुझे नहीं पता कि अजय जडेजा, वीरेंद्र सहवाग या इरफान पठान मुझसे सहमत होंगे या नहीं, लेकिन मैं 1960 के दशक से पाकिस्तान क्रिकेट का अनुसरण कर रहा हूं। मुझे याद है, एक बार मैं चर्चगेट स्टेशन से वानखेड़े स्टेडियम तक केवल हनीफ मोहम्मद की झलक पाने के लिए दौड़ा था। उस समय से मैंने पाकिस्तान क्रिकेट को बहुत करीब से देखा है, लेकिन आज पहली बार ऐसा लगा कि ये वही पाकिस्तान टीम नहीं है। ये तो कोई पोपटवाड़ी टीम लग रही है।”
भारत-पाक मुकाबलों में कमी आई रोमांच
गावस्कर का मानना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच का अंतर अब बहुत बड़ा हो गया है। 1980 और 1990 के दशक में पाकिस्तान भारत पर हावी रहा करता था, लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। पिछले 14 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में भारत ने पाकिस्तान को 11 बार हराया है। पाकिस्तान की भारत पर आखिरी टी20 जीत 2022 एशिया कप में आई थी, जबकि वनडे क्रिकेट में पाकिस्तान ने भारत को पिछली बार 2017 चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में हराया था।
भारत से अगले मैच में जीत की उम्मीद
रविवार का मैच पाकिस्तान के लिए खुद को साबित करने का एक अवसर हो सकता था, लेकिन नए खिलाड़ियों के आने के बावजूद नतीजा नहीं बदला। दोनों टीमों के 22 खिलाड़ियों में से केवल नौ ने पहले भारत-पाक मैच खेला था। अब भारत-पाक मुकाबले पहले जैसे अप्रत्याशित नहीं रहे। गावस्कर का मानना है कि जब तक कोई बड़ा चमत्कार न हो, अगले रविवार सुपर फोर में होने वाले मैच में भी नतीजा भारत के पक्ष में ही रहेगा।