सुप्रीम कोर्ट की गैंगस्टर्स पर चिंता: दिल्ली-NCR में कानून का डर कम

सुप्रीम कोर्ट की चिंता
Supreme Court: दिल्ली और NCR में गैंगस्टरों की बढ़ती गतिविधियों पर सुप्रीम कोर्ट ने गहरी चिंता व्यक्त की है। इस दौरान, न्यायालय ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए गवाहों की सुरक्षा के मुद्दे पर भी चर्चा की। कोर्ट ने कहा कि 'आम जनता के बीच कानून का डर कम होता जा रहा है।' इसके साथ ही, गैंगस्टरों के प्रति सहानुभूति न दिखाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया। यह सभी टिप्पणियां एक आरोपी की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान की गईं।
दिल्ली पुलिस से सवाल
दिल्ली पुलिस से सुप्रीम कोर्ट का सवाल
जमानत याचिका की सुनवाई के दौरान, सुप्रीम कोर्ट ने गैंगस्टरों के मामलों की बढ़ती संख्या पर दिल्ली पुलिस से सवाल किए। जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्या बागची की बेंच ने कहा, 'किसी भी मामले में गवाह पुलिस के लिए आंख और कान होते हैं। आप उनकी सुरक्षा के लिए क्या कदम उठा रहे हैं?' कोर्ट ने यह भी कहा कि 'दिनदहाड़े हत्या हो रही है और सबूतों की कमी के कारण आरोपी बेखौफ छूट जाते हैं।' इस पर कोर्ट ने कानून के प्रति आम जनता के डर को कम होते हुए देखा।
गैंगस्टरों के प्रति सहानुभूति पर सख्ती
गैंगस्टरों के साथ सहानुभूति नहीं- कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने गैंगस्टरों के प्रति सहानुभूति दिखाने पर सख्त रुख अपनाया। कोर्ट ने कहा कि 'हमें इनसे छुटकारा पाना होगा और किसी भी प्रकार की सहानुभूति नहीं दिखानी चाहिए।' यह टिप्पणी उस समय की गई जब अपराधी महेश खत्री उर्फ भोली की जमानत याचिका पर सुनवाई चल रही थी।
पुलिस पर हमले का मामला
पुलिस पर किया था हमला
पुलिस के अनुसार, महेश खत्री उर्फ भोली एक कुख्यात अपराधी है। उस पर हाल ही में पुलिस टीम पर फायरिंग करने का आरोप लगा है। नॉर्थ रोहिणी पुलिस पर बाइक सवार बदमाशों ने कुछ दिन पहले हमला किया था, जिसके बाद बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में पुलिस ने कारतूस और बाइक भी बरामद की थी।