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सुप्रीम कोर्ट ने अहमदाबाद विमान हादसे पर पायलट की गलती की चर्चाओं को बताया अफसोसजनक

सुप्रीम कोर्ट ने अहमदाबाद विमान हादसे के बाद पायलट की गलती पर चल रही चर्चाओं को नकारात्मक बताया। अदालत ने केंद्र सरकार और जांच एजेंसियों से स्पष्टीकरण मांगा है। जनहित याचिका में तकनीकी समस्याओं को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया गया है। जानें इस मामले में क्या हुआ और क्यों यह चर्चा का विषय बना है।
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सुप्रीम कोर्ट ने अहमदाबाद विमान हादसे पर पायलट की गलती की चर्चाओं को बताया अफसोसजनक

सुप्रीम कोर्ट की प्रतिक्रिया

नई दिल्ली। अहमदाबाद में हुए विमान दुर्घटना के बाद पायलट की कथित गलती पर चल रही चर्चाओं को सुप्रीम कोर्ट ने नकारात्मक बताया है। विमान की कॉकपिट रिकॉर्डिंग के सार्वजनिक होने के बाद पायलट की मानसिक स्थिति पर कई तरह की बातें होने लगी थीं। इस पर दिवंगत पायलट के पिता ने भी अपनी चिंता व्यक्त की थी। सोमवार को इस मामले की सुनवाई के दौरान सर्वोच्च अदालत ने पायलट के बारे में चल रही चर्चाओं को दुखद करार दिया।


सरकार और जांच एजेंसियों से जवाब तलब

इसके बाद, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार, नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) और विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) से स्पष्टीकरण मांगा है। जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस एन कोटिश्वर सिंह की बेंच ने स्वतंत्र जांच कराने की संभावनाओं पर भी चर्चा की है। इस संदर्भ में विमानन क्षेत्र की सुरक्षा से संबंधित गैर सरकारी संगठन सेफ्टी मैटर्स फाउंडेशन ने जनहित याचिका दायर की है। याचिका में आरोप लगाया गया है कि प्रारंभिक रिपोर्ट में महत्वपूर्ण जानकारी छिपाई गई है, जो नागरिकों के जीवन, समानता और सही जानकारी पाने के अधिकार का उल्लंघन करती है।


जनहित याचिका में उठाए गए सवाल

इस जनहित याचिका में कहा गया है कि तकनीकी समस्याओं जैसे ईंधन स्विच की खराबी और इलेक्ट्रिकल फॉल्ट को नजरअंदाज किया गया है, और दुर्घटना का दोष केवल पायलट पर डाल दिया गया है। उल्लेखनीय है कि एयर इंडिया का बोइंग 787-8 विमान 12 जून को अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 260 लोगों की जान गई थी। सुमीत सभरवाल इस फ्लाइट के मुख्य पायलट थे और क्लाइव कुंदर को-पायलट थे। गैर सरकारी संगठन की ओर से एडवोकेट प्रशांत भूषण ने यह सवाल उठाया कि दुर्घटना को हुए सौ दिन से अधिक हो गए हैं, लेकिन अभी तक केवल प्रारंभिक रिपोर्ट ही जारी की गई है।