सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा बनासकांठा पटाखा फैक्ट्री विस्फोट मामला

बनासकांठा विस्फोट की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में
गुजरात के बनासकांठा जिले के डीसा में पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट का मामला अब सुप्रीम कोर्ट में पहुंच चुका है। मृतकों के परिवारों ने प्रत्येक के लिए 2 करोड़ रुपये मुआवजे की मांग की है। वकील उत्कर्ष दवे ने इस संबंध में आवेदन दायर किया था, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है। इसके बाद, सुप्रीम कोर्ट ने सभी संबंधित पक्षों को नोटिस जारी किया है। गुजरात सरकार, मुख्य सचिव, गृह विभाग के सचिव और बनासकांठा कलेक्टर को नोटिस भेजा गया है, और अगली सुनवाई 29 सितंबर को होगी।
एसआईटी की रिपोर्ट पर कार्रवाई का अभाव
यह जानकारी मिली है कि विशेष जांच दल (एसआईटी) ने राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। इस स्थिति के कारण, वकील उत्कर्ष दवे ने पीड़ितों की ओर से सीधे सुप्रीम कोर्ट में मुआवजे की मांग की।
बाहर की पुलिस से जांच की मांग
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान यह मांग उठाई गई है कि घटना की जांच गुजरात के बाहर की पुलिस द्वारा कराई जाए। इसके साथ ही, सभी पटाखा बनाने वाली फैक्ट्रियों की जांच की भी मांग की गई है। पीड़ित पक्ष ने संबंधित सरकारी अधिकारियों के खिलाफ दोबारा जांच की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
विस्फोट की घटना का विवरण
1 अप्रैल को गुजरात के बनासकांठा में एक पटाखा फैक्ट्री में भयंकर विस्फोट हुआ, जिसमें 17 श्रमिकों की जान चली गई। बनासकांठा की एसडीएम नेहा पांचाल के अनुसार, धमाके के कारण फैक्ट्री की छत गिर गई, जिससे कई लोग अंदर फंस गए। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, यह हादसा बॉयलर के फटने के कारण हुआ था।