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सुमित्रा पिलानिया को मिलेगा हरियाणा महिला सरपंच सम्मान, पीएम मोदी करेंगे सम्मानित

हरियाणा के शेखपुरा गांव की सरपंच सुमित्रा पिलानिया को पीएम मोदी द्वारा महिला सरपंच सम्मान से नवाजा जाएगा। यह सम्मान स्वतंत्रता दिवस पर दिया जाएगा। सुमित्रा के नेतृत्व में गांव में स्वच्छता और विकास की कई योजनाएं लागू की गई हैं, जिससे गांव की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर बनी है। जानें उनके कार्यों और इस उपलब्धि के पीछे का सफर।
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सुमित्रा पिलानिया को मिलेगा हरियाणा महिला सरपंच सम्मान, पीएम मोदी करेंगे सम्मानित

हरियाणा की सुमित्रा पिलानिया को मिलेगा सम्मान

हरियाणा महिला सरपंच सम्मान की सूची में हिसार जिले के शेखपुरा गांव की सरपंच सुमित्रा पिलानिया का नाम प्रमुखता से शामिल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उन्हें इस सम्मान से नवाजेंगे। पूरे हरियाणा में केवल चार ग्राम पंचायतों को यह सम्मान मिल रहा है, जिसमें सुमित्रा एकमात्र महिला सरपंच हैं।


गांव में खुशी का माहौल

इस खबर के बाद गांव में खुशी का माहौल है। ग्रामीण उन्हें बधाई दे रहे हैं और गर्व महसूस कर रहे हैं कि उनके गांव की पहचान अब राष्ट्रीय स्तर पर हो रही है।


स्वच्छता और विकास की मिसाल

सुमित्रा पिलानिया ने एमए और बीएड की शिक्षा प्राप्त की है। उनके नेतृत्व में शेखपुरा गांव की तस्वीर पूरी तरह बदल गई है। उन्होंने सफाई व्यवस्था में सुधार किया, पार्कों का निर्माण कराया, श्मशान घाट का विकास किया और गलियों में जलभराव की समस्या को समाप्त किया।


स्वच्छता के लिए कई योजनाएं

गांव को कचरा मुक्त और स्वच्छ बनाने के लिए उन्होंने कई योजनाएं शुरू कीं। स्वच्छ गांव के तहत प्रशिक्षण शिविर और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिससे गांव में स्वच्छता के प्रति नई सोच विकसित हुई और लोग सहयोग करने के लिए आगे आए।


परिवार और प्रशासन का सहयोग

सुमित्रा ने बताया कि उनके पति प्रदीप पिलानिया, जो एक समाजसेवी और भाजपा के युवा नेता हैं, हर कदम पर उनके साथ रहे। डीपीओ अमित कुमार तक्षक ने इस उपलब्धि को पूरे जिले के लिए गर्व की बात बताया और कहा कि यह सम्मान ग्रामीण नेतृत्व के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।


स्वच्छ भारत मिशन में शेखपुरा की उपलब्धि

स्वच्छ भारत मिशन के ब्लॉक कोऑर्डिनेटर आसाराम नेहरा ने बताया कि सरकार द्वारा मांगी गई स्वच्छ गांवों की सूची में शेखपुरा सबसे आगे रहा, जिसके कारण सुमित्रा पिलानिया का चयन इस सम्मान के लिए हुआ।