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सूरत में दो युवकों की पिटाई का मामला: व्यापारियों पर कार्रवाई

गुजरात के सूरत में दो युवकों को निर्वस्त्र कर पीटने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस घटना के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो कपड़ा व्यापारियों को गिरफ्तार किया है। कांग्रेस ने गृह राज्य मंत्री पर निशाना साधते हुए कार्रवाई की मांग की है। यह घटना 10 जून को हुई थी, जब व्यापारियों ने चोरी के संदेह में युवकों की पिटाई की। जानें इस मामले में पुलिस की कार्रवाई और कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रिया।
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सूरत में दो युवकों की पिटाई का मामला: व्यापारियों पर कार्रवाई

सूरत में युवकों की पिटाई का वीडियो वायरल

सूरत में युवकों की पिटाई: गुजरात के सूरत शहर में दो युवकों को निर्वस्त्र कर पीटने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है। इस घटना के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो कपड़ा व्यापारियों को गिरफ्तार किया है। यह घटना 10 जून को हुई थी, और पुलिस ने गुरुवार को आरोपियों को हिरासत में लिया। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ व्यापारी युवकों की पिटाई कर रहे हैं, पहले उनके कपड़े उतारे जाते हैं और फिर लाठियों से पीटा जाता है। कांग्रेस पार्टी ने गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी पर इस घटना को लेकर सवाल उठाए हैं।


वीडियो में दिखी अमानवीयता

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो

इस शर्मनाक घटना का वीडियो सूरत के अनमोल टेक्सटाइल मार्केट का है, जहां कुछ व्यापारियों ने चोरी के संदेह में दो युवकों की पिटाई की। दोनों युवक अनुसूचित जाति से हैं और महाराष्ट्र के निवासी हैं, जो सूरत में काम करते हैं। व्यापारियों को शक था कि वे साड़ियां चुरा रहे हैं। इस घटना के बाद पुलिस ने पीड़ितों को बुलाकर सलाबतपुर थाने में मामला दर्ज कराया। कुल चार व्यापारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिनमें से दो को गिरफ्तार किया गया है।


चोरी के संदेह में बंधक बनाना

चोरी के शक में पहले बंधक बनाया गया

जानकारी के अनुसार, युवकों को पहले बंधक बनाया गया और फिर उन्हें निर्वस्त्र कर पीटा गया। पुलिस को सूचना मिलने पर वे मौके पर पहुंची। कांग्रेस नेता असलम साइकिलवाला ने कहा कि यदि व्यापारियों को चोरी का संदेह था, तो उन्हें पुलिस में शिकायत करनी चाहिए थी। महाराष्ट्र के दलित समुदाय के युवकों की पिटाई बेहद शर्मनाक है और इससे सूरत की छवि को नुकसान पहुंचा है। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है, जिसमें एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम भी शामिल है।