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सेना प्रमुख ने भारत-पाक मुठभेड़ पर दी महत्वपूर्ण जानकारी

सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने हाल ही में भारत-पाक मुठभेड़ पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने इसे केवल एक सैन्य प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि रणनीति और राजनीतिक स्पष्टता का समन्वय बताया। जनरल द्विवेदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को देश की एकता का प्रतीक बताया और कहा कि इसने जनता में आत्मविश्वास जगाया। उन्होंने पाकिस्तान के दावों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यदि वहां के नेता फील्ड मार्शल बन गए हैं, तो निश्चित रूप से जीत हुई होगी। जानें इस महत्वपूर्ण बयान के बारे में और क्या कहा जनरल द्विवेदी ने।
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सेना प्रमुख का बयान

सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शनिवार को देश की रक्षा नीति और सैनिक कार्यवाही के बदलते दृष्टिकोण पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि हाल की भारत-पाक मुठभेड़ केवल एक सैन्य प्रतिक्रिया नहीं थी, बल्कि यह रणनीति और राजनीतिक स्पष्टता का एक समन्वय था, जिसने पूरे देश की भावनाओं को प्रभावित किया। जनरल द्विवेदी ने इस संघर्ष की तुलना शतरंज की बिसात से की, जहां हर कदम सोच-समझकर उठाया गया और कुछ चालों में दुश्मन को "मात" भी दी गई।


‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने देश को एकजुट किया: आईआईटी मद्रास में एक कार्यक्रम के दौरान जनरल द्विवेदी ने बताया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ केवल एक सैन्य मिशन नहीं था, बल्कि इसने पूरे देश को एकजुट किया। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन ने जनता में आत्मविश्वास जगाया, जिससे सवाल उठने लगा कि "अब रुके क्यों?" और इसका उत्तर देश को कार्रवाई के रूप में मिला।


राजनैतिक नेतृत्व की स्पष्टता: जनरल द्विवेदी ने 23 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद हुई उच्च स्तरीय बैठक का उल्लेख किया, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “अब बहुत हो चुका।” इसके बाद सशस्त्र बलों को स्थिति के अनुसार निर्णय लेने और कार्रवाई करने की स्वतंत्रता दी गई।


योजनाबद्ध लक्ष्य: सेना प्रमुख ने बताया कि 25 अप्रैल को सैन्य नेतृत्व ने उत्तरी कमान का दौरा किया, जहां नौ लक्ष्यों में से सात को नष्ट करने की योजना बनाई गई और उसे सफलतापूर्वक लागू किया गया। 29 अप्रैल को प्रधानमंत्री से पहली बार मुलाकात के दौरान इस पूरे ऑपरेशन की समीक्षा की गई।


पाकिस्तान पर कटाक्ष: जनरल द्विवेदी ने पाकिस्तान द्वारा मुठभेड़ में जीत का दावा करने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यदि वहां किसी से पूछा जाए कि हार हुई या जीत, तो जवाब मिलेगा कि हमारे चीफ को फील्ड मार्शल बना दिया गया है, तो निश्चित रूप से जीत ही हुई होगी।


‘ग्रे ज़ोन’ में कार्रवाई: सेना प्रमुख ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई पारंपरिक युद्ध जैसी नहीं थी, बल्कि ‘ग्रे ज़ोन’ की रणनीति अपनाई गई, जहां सीधे युद्ध नहीं होता, लेकिन हर कदम एक गहरी रणनीति के तहत उठाया जाता है। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों ने शतरंज जैसी चालें चलीं, लेकिन भारत ने कई मौकों पर निर्णायक जवाब दिए।