सेलिना जेटली ने पति पीटर हाग से 100 करोड़ मुआवजे और 10 लाख की मेंटेनेंस की मांग की
सेलिना जेटली की कानूनी लड़ाई तेज
बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री सेलिना जेटली ने अपने पति पीटर हाग के खिलाफ कानूनी कार्रवाई को और तेज कर दिया है। हाल ही में उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए एक शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने हर महीने ₹100 करोड़ के हर्जाने के साथ-साथ ₹10 लाख की मेंटेनेंस की मांग की है।
सेलिना और पीटर हाग 12 दिसंबर को अदालत में पेश हुए, जहां अदालत ने दोनों पक्षों को 27 जनवरी तक अपनी आय संबंधी दस्तावेज़ जमा करने का आदेश दिया। इसके साथ ही, अदालत ने पीटर हाग से सेलिना द्वारा दायर घरेलू हिंसा की शिकायत पर जवाब देने को कहा है।
नवंबर में दायर की गई याचिका
सेलिना जेटली ने नवंबर में अदालत में याचिका दायर की थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी 15 साल की शादी के दौरान उन्हें लगातार शारीरिक और मानसिक शोषण का सामना करना पड़ा। याचिका में उन्होंने कहा कि उन्हें गालियाँ दी गईं और लंबे समय तक अपमानित किया गया।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनकी आर्थिक स्वतंत्रता को छीन लिया गया था। सेलिना ने कहा कि पीटर हाग उनके पेशेवर काम में हस्तक्षेप करते थे और उन्हें कमाने से रोकते थे, जिससे वह पूरी तरह से उन पर निर्भर हो गईं। इसके अलावा, उन्होंने अपने पति पर उनके बैंक खाते से पैसे निकालने और उनके महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों को अपने पास रखने का भी आरोप लगाया।
बच्चों से बात करने पर रोक
सेलिना ने बताया कि एक कठिन समय में, जब उन्होंने अपने एक बच्चे और माता-पिता को खो दिया था, वह भावनात्मक रूप से कमजोर थीं। इस दौरान, पीटर हाग ने उनका फ्लैट अपने नाम पर ट्रांसफर कर लिया और उसे किराए पर दे दिया। उन्होंने यह भी कहा कि वियना में एक संयुक्त संपत्ति उनकी सहमति के बिना बेच दी गई थी।
सेलिना के अनुसार, पीटर हाग ने उन्हें और उनके बच्चों को ऑस्ट्रिया के एक छोटे से गांव में छोड़ दिया, जहां से वह एक पड़ोसी की मदद से भागने में सफल रहीं। उन्होंने यह भी कहा कि पीटर ने इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रिया के एक अदालत में तलाक के लिए अर्जी दी थी, जिसमें उन्हें शादी टूटने का जिम्मेदार ठहराया गया।
सेलिना की कानूनी टीम ने बताया कि ऑस्ट्रियाई अदालत ने उन्हें अपने बच्चों से रोजाना एक घंटे फोन पर बात करने की अनुमति दी है। हालांकि, एक्ट्रेस का कहना है कि जब से उन्होंने भारत में कानूनी कार्रवाई शुरू की है, तब से उन्हें अपने बच्चों से बात करने से रोका गया है।
