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सोनम वांगचुक को जोधपुर जेल में स्थानांतरित किया गया

लद्दाख के कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत जोधपुर जेल में स्थानांतरित किया गया है। उनकी गिरफ्तारी के बाद, जेल के बाहर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। वांगचुक को एकांत कोठरी में रखा गया है, जहां उनकी गतिविधियों पर निगरानी रखी जाएगी। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और वांगचुक की गिरफ्तारी के पीछे के कारण।
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सोनम वांगचुक को जोधपुर जेल में स्थानांतरित किया गया

सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी

सोनम वांगचुक जोधपुर जेल: लद्दाख के कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत गिरफ्तार कर जोधपुर की जेल में भेजा गया है। यह जेल अपनी कड़ी सुरक्षा के लिए जानी जाती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, वांगचुक को एकांत कोठरी में रखा जाएगा, जहां उनकी गतिविधियों पर सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी।


जेल का इतिहास

ब्रिटिश काल से स्थापित जोधपुर जेल में कई प्रसिद्ध व्यक्तियों को रखा गया है। इसमें बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान, जिन्हें 1998 के काला हिरण शिकार मामले में दोषी ठहराया गया था, और आसाराम बापू जैसे आरोपी शामिल हैं। इसके अलावा, कई आतंकवादी और जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता भी यहां बंद रहे हैं।


जेल पर हमला

1965 में हुआ हमला

इस जेल पर 1965 में पाकिस्तान के साथ युद्ध के दौरान हमला हुआ था, जिसमें 30 से अधिक लोग मारे गए थे।


वांगचुक की सुरक्षा

वर्तमान स्थिति

हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि वांगचुक को जोधपुर जेल में क्यों रखा गया है, लेकिन यह माना जा रहा है कि यह लद्दाख में उनके समर्थकों के विरोध प्रदर्शनों को रोकने के लिए किया गया है। उन्हें विशेष सुरक्षा के साथ एक विमान से जेल लाया गया, जिसमें शहर के पुलिस आयुक्त भी शामिल थे।


जेल के बाहर भूख हड़ताल

विरोध प्रदर्शन

जेल के बाहर आज एक बड़ा घटनाक्रम देखने को मिला। 50 वर्षीय कार्यकर्ता विजयपाल ने वांगचुक की गिरफ्तारी के खिलाफ भूख हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी। जब विजयपाल ने 'भारत माता की जय' के नारे लगाए, तो पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने भूख हड़ताल की धमकी दी। अंततः पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।


वांगचुक की गिरफ्तारी का कारण

मामले का विवरण

वांगचुक को भड़काऊ बयानों के लिए गिरफ्तार किया गया था, जिसके कारण लद्दाख में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे। इन प्रदर्शनों में चार लोगों की मौत और 50 से अधिक लोग घायल हुए थे। गिरफ्तारी से एक दिन पहले, वांगचुक ने कहा था कि वह इस मुद्दे पर किसी भी समय गिरफ्तार होने के लिए तैयार हैं।


पंजीकरण रद्द

वित्तीय मुद्दे

गृह मंत्रालय ने वांगचुक के गैर-लाभकारी संगठन 'स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख' (एसईसीएमओएल) का पंजीकरण रद्द कर दिया है। वांगचुक ने हाल की हिंसा के बाद सभी आरोपों से इनकार किया है।