सोनौली नगर पंचायत में भ्रष्टाचार के आरोप, मुख्यमंत्री ने जांच के दिए आदेश

भ्रष्टाचार का मामला उजागर
महराजगंज से रिपोर्ट :: नगर पंचायत सोनौली में वित्तीय अनियमितताओं और भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। कई सभासदों ने अध्यक्ष मोहम्मद हबीब खान और अधिशासी अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ज्ञापन सौंपा है। सभासदों का कहना है कि पिछले एक साल से बिना बोर्ड बैठक के मनमाने तरीके से कार्य किए जा रहे हैं और सरकारी धन का दुरुपयोग हो रहा है।
सभासदों ने अपनी शिकायत में कहा कि 24 सितंबर 2024 के बाद से कोई बोर्ड बैठक नहीं बुलाई गई और न ही कोई कार्ययोजना पास की गई। इसके बावजूद विकास कार्यों के नाम पर करोड़ों रुपये की निकासी की जा रही है। आरोप है कि अध्यक्ष ने अपने करीबी लोगों को अवैध रूप से आउटसोर्सिंग के माध्यम से नियुक्त किया और उनके नाम पर बिना काम किए वेतन भी उठाया गया।
यह भी सामने आया है कि अध्यक्ष और अधिशासी अधिकारी की मिलीभगत से सरकारी खजाने से नकद में फर्जी निकासी की जा रही है। यह न केवल उत्तर प्रदेश नगर पालिका अधिनियम 1916 का उल्लंघन है, बल्कि राज्य सरकार के वित्तीय नियमों का भी उल्लंघन है, जिसमें नकद निकासी पर रोक है।
सभासदों की मांगें
सभासदों ने गोरखपुर मंडलायुक्त से इस मामले की जांच कराने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही, उन्होंने नगर पंचायत सोनौली के वित्तीय अधिकारों को तुरंत प्रभाव से सीज करने का अनुरोध किया है, ताकि सरकारी धन की लूट को रोका जा सके।
मुख्यमंत्री का संज्ञान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिले प्रतिनिधिमंडल में सभासद राजकुमार नायक, प्रदीप नायक, सागर धवल, रीना देवी, बिनय यादव, कमरुद्दीन और करम हुसैन शामिल थे। मुख्यमंत्री ने मामले को गंभीरता से लेते हुए गोरखपुर के मंडलायुक्त को जांच के निर्देश दिए हैं।