सोशल मीडिया: आत्मनिर्भरता का नया माध्यम
सोशल मीडिया का बढ़ता महत्व
करनाल, (सोशल मीडिया जॉब्स): आज का सोशल मीडिया केवल मनोरंजन का साधन नहीं रह गया है, बल्कि यह आत्मनिर्भरता और पहचान का एक महत्वपूर्ण उपकरण बन चुका है। पहले इसे सिर्फ टाइमपास समझा जाता था, लेकिन अब यह आर्थिक स्थिरता का स्रोत बन गया है। इंस्टाग्राम, यूट्यूब, और फेसबुक जैसे प्लेटफार्म नई पीढ़ी के लिए रोजगार के अवसर पैदा कर रहे हैं। घर पर बैठे युवा, महिलाएं, पुरुष, बच्चे और बुजुर्ग अपनी क्षमताओं के माध्यम से न केवल कमाई कर रहे हैं, बल्कि अपनी पहचान भी बना रहे हैं।
ऑनलाइन व्यापार से मिली पहचान
सेक्टर-13 की पलक गुप्ता पिछले तीन वर्षों से अपने उत्पादों को इंस्टाग्राम और फेसबुक पर बेच रही हैं। उन्होंने बताया कि उनका हमेशा से अपना व्यवसाय करने का सपना था। वे शौक से हैंडीक्राफ्ट, कस्टमाइज्ड आइटम्स और एंब्रॉयडरी बनाती थीं। अपनी बहन की सलाह पर उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रोफाइल बनाई और अपने उत्पाद बेचना शुरू किया। अब उन्हें ढेर सारे ऑर्डर मिलते हैं, और वे खुद ही उन्हें बनाकर डिलीवर करती हैं। इससे उन्हें आर्थिक ताकत के साथ-साथ पहचान भी मिली है। कई महिलाएं अपने घरेलू हुनर को साझा कर उद्यमिता की ओर बढ़ रही हैं।
यूट्यूब चैनल की शुरुआत
मॉडल टाउन की सरोज शर्मा पिछले 11 वर्षों से यूट्यूब पर कुकिंग क्लासेस चला रही हैं। वे 33 वर्षों से स्वादिष्ट व्यंजनों का प्रशिक्षण केंद्र चला रही थीं। सोशल मीडिया के बारे में पता चलते ही उन्होंने अपना चैनल शुरू किया और अपनी स्किल साझा करने लगीं। आज कई महिलाएं और लड़कियां उनके चैनल से जुड़कर खाना बनाना सीख रही हैं। सरोज का मानना है कि घरेलू महिलाएं भी सोशल मीडिया के माध्यम से आत्मनिर्भर बन सकती हैं।
