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सौरव गांगुली बने प्रिटोरिया कैपिटल्स के मुख्य कोच, क्या बनेंगे भारत के अगले कोच?

सौरव गांगुली ने प्रिटोरिया कैपिटल्स के नए मुख्य कोच के रूप में कार्यभार संभाला है। उनके अनुभव और क्रिकेट में योगदान को देखते हुए, क्या वे भारत के अगले मुख्य कोच बन सकते हैं? गौतम गंभीर के कार्यकाल के दौरान उठे सवालों और गांगुली की प्रतिभा पहचानने की क्षमता पर चर्चा की गई है। जानें, क्या गांगुली गंभीर की जगह ले सकते हैं और उनके भविष्य की संभावनाएं क्या हैं।
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सौरव गांगुली बने प्रिटोरिया कैपिटल्स के मुख्य कोच, क्या बनेंगे भारत के अगले कोच?

सौरव गांगुली का नया अध्याय

Sourav Ganguly : सौरव गांगुली ने प्रिटोरिया कैपिटल्स के नए मुख्य कोच के रूप में अपनी भूमिका शुरू की है। दिल्ली कैपिटल्स की सहयोगी फ्रेंचाइजी के साथ जुड़कर, गांगुली अपने करियर के एक नए चरण की शुरुआत कर रहे हैं। उन्होंने भारतीय क्रिकेट में एक खिलाड़ी, कप्तान, प्रसारक, सीएबी अध्यक्ष, दिल्ली कैपिटल्स के निदेशक और अंततः बीसीसीआई के अध्यक्ष के रूप में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनके अनुभव के साथ, कोचिंग में कदम रखना केवल समय की बात थी। अब जब उनका पहला कार्यकाल शुरू हो रहा है, तो यह स्पष्ट है कि वे आने वाले समय में बड़ी उपलब्धियों की ओर अग्रसर हैं। रवि शास्त्री, राहुल द्रविड़, गौतम गंभीर के बाद, अगला नाम सौरव गांगुली हो सकता है।


गांगुली की प्रतिभा पहचानने की क्षमता

गांगुली की प्रतिभा पहचानने की क्षमता हमेशा प्रशंसा का विषय रही है। वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह, ज़हीर खान और हरभजन सिंह जैसे खिलाड़ियों ने उनकी देखरेख में अपने करियर में ऊंचाइयों को छुआ। संन्यास के बाद भी, गांगुली ने अपने कार्य को जारी रखा है। 2021 में विराट कोहली के विवाद को छोड़कर, वे एक प्रभावी संचारक साबित हुए हैं। दिल्ली कैपिटल्स के युवा खिलाड़ी उन्हें बहुत सम्मान देते हैं। इसलिए, जब भी अवसर आएगा, गांगुली को भारत के मुख्य कोच के रूप में कार्यभार संभालने का मौका मिलना चाहिए, जिससे भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ सके।


क्या गांगुली ले सकते हैं गंभीर की जगह?

क्या सौरव गांगुली गौतम गंभीर की जगह ले सकते हैं?

गंभीर का कार्यकाल भारत के मुख्य कोच के रूप में पिछले साल जुलाई में शुरू हुआ था, लेकिन यह काफी चुनौतीपूर्ण रहा है। इंग्लैंड दौरे से पहले, उनका रिकॉर्ड अधिकतर नकारात्मक रहा है, चैंपियंस ट्रॉफी की जीत उनके कोचिंग करियर का एकमात्र उज्ज्वल क्षण है। सोशल मीडिया पर कई प्रशंसक उन्हें रोहित शर्मा और विराट कोहली के टेस्ट रिटायरमेंट के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। फिर भी, गंभीर ने इंग्लैंड में 2-2 से ड्रॉ कराकर अपने निर्णय को सही ठहराया है। उनकी ताकत युवा टीमों को विकसित करने में है, जो लखनऊ सुपर जायंट्स और कोलकाता नाइट राइडर्स की सफलता का कारण बनी।


गंभीर का अनुबंध और भविष्य

गंभीर का अनुबंध 2027 तक

गंभीर का अनुबंध 2027 तक है, लेकिन उनके आलोचक पहले से ही उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं, जिससे भारत के अगले मुख्य कोच के बारे में अटकलें तेज हो गई हैं। गांगुली एक संभावित नाम हैं, लेकिन ऐसा कदम तभी उठाया जाएगा जब भारत लगातार असफलताओं का सामना करे या गंभीर के खिलाड़ियों के साथ संबंध बिगड़ें। यदि ऐसा नहीं होता है, तो गंभीर कम से कम दक्षिण अफ्रीका में 2027 के एकदिवसीय विश्व कप तक पद पर बने रहेंगे।