स्नूपगेट मामले में SIT की कड़ी पूछताछ जारी
विशेष जांच दल (SIT) ने 'स्नूपगेट' फोन टैपिंग मामले में निलंबित डीएसपी प्रणित राव से तीसरे दिन भी पूछताछ की। राव की गिरफ्तारी के बाद से SIT उनकी भूमिका और अन्य अधिकारियों के साथ संबंधों की जांच कर रही है। इस मामले में कई महत्वपूर्ण सबूतों के नष्ट होने की आशंका है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और SIT की जांच की दिशा।
Jun 14, 2025, 11:36 IST
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SIT की जांच में प्रणित राव की भूमिका
विशेष जांच दल (SIT) ने बहुचर्चित 'स्नूपगेट' फोन टैपिंग मामले में मुख्य आरोपी, निलंबित डीएसपी प्रणित राव से लगातार तीसरे दिन गहन पूछताछ की। शुक्रवार को बंजारा हिल्स स्थित SIT कार्यालय में प्रणित राव से कई घंटों तक सवाल किए गए। उन्हें 13 मार्च को गिरफ्तार किया गया था और तब से वह न्यायिक हिरासत में हैं। हाल ही में, अदालत ने उन्हें सात दिनों के लिए SIT की हिरासत में भेजा है ताकि मामले की विस्तृत जांच की जा सके।एसआईटी की टीम जानने की कोशिश कर रही है कि प्रणित राव किसके निर्देश पर विपक्षी नेताओं और अन्य व्यक्तियों के फोन टैप कर रहे थे। जांच का मुख्य उद्देश्य उन वरिष्ठ अधिकारियों और राजनीतिक व्यक्तियों की पहचान करना है, जिन्होंने इस अवैध जासूसी का आदेश दिया। अधिकारियों का मानना है कि प्रणित राव ने इस मामले से जुड़े कई महत्वपूर्ण सबूत, जैसे हार्ड डिस्क और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डेटा, को नष्ट कर दिया है। SIT उनसे नष्ट किए गए सबूतों और इस कार्य में शामिल अन्य पुलिस अधिकारियों के बारे में भी जानकारी प्राप्त करने का प्रयास कर रही है।
आरोप है कि पिछले बीआरएस सरकार के कार्यकाल के दौरान, प्रणित राव ने स्पेशल इंटेलिजेंस ब्रांच (SIB) में काम करते हुए अवैध रूप से कई निजी व्यक्तियों की प्रोफाइल बनाई और बिना किसी अधिकार के उनकी निगरानी की। SIT इस मामले में पहले भी कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से पूछताछ कर चुकी है और अब प्रणित राव के बयानों से जांच को आगे बढ़ाने की उम्मीद है।