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स्वीडन की कंपनी ने कर्मचारियों के लिए शुरू किया अनोखा 30 मिनट का ब्रेक

स्वीडन की एरिका लस्ट फिल्म्स ने अपने कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए 30 मिनट का मास्टर्बेशन ब्रेक शुरू किया है। यह पहल कोविड-19 के बाद बढ़ते तनाव को कम करने के लिए की गई है। कंपनी ने इस ब्रेक को स्थायी नीति में शामिल किया है, जिससे कर्मचारियों को आत्म-सुख के लिए समय मिल सके। एरिका लस्ट का मानना है कि यह न केवल तनाव को कम करता है, बल्कि फोकस और क्रिएटिविटी में भी सुधार लाता है। जानें इस अनोखी पहल के बारे में और कैसे यह कर्मचारियों के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है।
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स्वीडन की कंपनी ने कर्मचारियों के लिए शुरू किया अनोखा 30 मिनट का ब्रेक

मास्टर्बेशन ब्रेक: एक नई पहल

Masturbation Break: स्वीडन की एक प्राइवेट कंपनी ने अपने कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए एक अनोखी पहल की है। एरिका लस्ट फिल्म्स ने अपने कार्यस्थल पर 30 मिनट का मास्टर्बेशन ब्रेक देने का निर्णय लिया है। कंपनी की संस्थापक एरिका लस्ट ने बताया कि यह कदम कोविड-19 के बाद बढ़ते तनाव और मानसिक दबाव को देखते हुए उठाया गया।


कोविड के बाद तनाव में वृद्धि

एरिका ने अपने ब्लॉग में उल्लेख किया कि 2021 में, जब महामारी का एक साल पूरा हुआ, उन्होंने देखा कि उनकी टीम और वे खुद मानसिक रूप से संघर्ष कर रहे थे। महामारी के प्रभाव ने सभी को प्रभावित किया, जिससे ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई और चिड़चिड़ापन बढ़ गया था।


मास्टर्बेशन स्टेशन की स्थापना

उन्होंने बताया कि मई को मास्टर्बेशन मंथ के रूप में मनाते हुए, कर्मचारियों को हर दिन 30 मिनट की अतिरिक्त छुट्टी दी गई, ताकि वे अपने आत्म-सुख के लिए समय निकाल सकें। इस उद्देश्य के लिए ऑफिस में एक विशेष कमरा भी बनाया गया, जिसे 'मास्टर्बेशन स्टेशन' नाम दिया गया है।


क्रिएटिविटी में सुधार

एरिका ने लिखा, "मास्टर्बेशन न केवल आपको खुश और रिलैक्स करता है, बल्कि यह आपके फोकस को बढ़ाता है और कार्यक्षमता में सुधार करता है। यह एक क्रिएटिविटी बूस्टर के रूप में भी कार्य करता है।" अब यह ब्रेक एरिका लस्ट फिल्म्स में एक स्थायी नियम बन चुका है। उन्होंने अपने ब्लॉग में कहा, "यह पहल 'मास्टर्बेशन मंथ' के दौरान शुरू की गई थी, लेकिन अब यह हमारी कंपनी की स्थायी नीति बन गई है।"