हमास की अस्तित्व की लड़ाई: गाजा में स्थिति गंभीर

हमास की स्थिति
इजरायल के साथ चल रहे संघर्ष में हमास की स्थिति अब बेहद नाजुक हो गई है। लड़ाकों की कमी, सुरंगों के ध्वस्त होने और ईरान से समर्थन की कमी के चलते, हमास गाजा में अपने अस्तित्व को बनाए रखने के लिए जूझ रहा है। स्थानीय जनजातियों के विद्रोह और इजरायली सैन्य दबाव के कारण हमास की स्थिति और भी कमजोर होती जा रही है।
गाजावासियों की हमास के प्रति नाराजगी
गाजा में मानवीय संकट के चलते युद्ध विराम के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है। एक स्थानीय निवासी ने कहा कि युद्ध विराम से न केवल थके हुए गाजावासियों को राहत मिलेगी, बल्कि इससे हमास को अपने दुश्मनों, जिनमें कुछ जनजातियां और लुटेरे शामिल हैं, को पराजित करने का अवसर भी मिलेगा।
हमास की सीमित क्षमताएं
हालांकि हमास अभी भी हमले करने में सक्षम है, लेकिन उसकी केंद्रीय कमान और नियंत्रण खोने की स्थिति में है। हाल ही में, हमास ने दक्षिणी गाजा में एक हमले में सात इजरायली सैनिकों को मार डाला। इजरायली अधिकारियों का मानना है कि हमास ने 20,000 से अधिक लड़ाकों को खो दिया है और गाजा के अधिकांश हिस्से को मलबे में बदल दिया है।
भर्ती की नई रणनीति
इजरायली सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, हमास अब गरीब, बेरोजगार और विस्थापित युवाओं की भर्ती कर रहा है। लड़ाकों की औसत आयु में कमी आ रही है, जिससे उनकी स्थिति और भी चिंताजनक हो गई है।