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हरदा में करणी सेना का प्रदर्शन: पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी

हरदा में करणी सेना के प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने सख्त कार्रवाई की, जिसमें लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया। प्रदर्शनकारियों ने 18 लाख रुपये की धोखाधड़ी के मामले में न्याय की मांग की। इस घटना ने मध्य प्रदेश के अन्य शहरों में भी विरोध प्रदर्शन को जन्म दिया। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं।
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हरदा में करणी सेना का प्रदर्शन: पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी

हरदा में करणी सेना का विरोध प्रदर्शन

हरदा में करणी सेना का प्रदर्शन: हरदा में करणी सेना के सदस्यों पर पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की। पिछले दो दिनों में तीन बार लाठीचार्ज, आंसू गैस और वाटर कैनन का इस्तेमाल कर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर किया गया। रविवार की सुबह भी पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन जब वे नहीं माने, तो आंसू गैस के गोले छोड़े गए और लाठीचार्ज किया गया। इस दौरान करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर सहित 60 लोगों को गिरफ्तार कर जिला जेल भेज दिया गया। तनाव की स्थिति को देखते हुए हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, सीहोर, देवास और खंडवा से पुलिस बल तैनात किया गया है।


हरदा के कलेक्टर सिद्धार्थ जैन ने कहा, "प्रदर्शनकारियों को बार-बार चक्काजाम खत्म करने के लिए समझाया गया, लेकिन जब वे नहीं माने, तो वाटर कैनन और आंसू गैस का प्रयोग करना पड़ा।" लाठीचार्ज के बाद सड़कों पर दोपहिया वाहन बिखरे पड़े थे, जिन्हें पुलिस ने हटा दिया। कलेक्टर ने बताया कि मौके पर तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।



प्रदर्शन का कारण: धोखाधड़ी का मामला


करणी सेना के पदाधिकारी आशीष राजपूत के साथ 18 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला इस प्रदर्शन का मुख्य कारण है। आशीष ने विकास लोधी, मोहित वर्मा और उमेश तपानिया के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया था। पुलिस ने मोहित वर्मा को गिरफ्तार किया, लेकिन शनिवार को कोर्ट में चालान पेश करने के दौरान करणी सेना के 40 कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया और आरोपी को उनके हवाले करने की मांग की। इस दौरान पुलिस ने जिलाध्यक्ष सुनील राजपूत, आशीष राजपूत सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया, जिसके विरोध में रविवार को यह प्रदर्शन हुआ।


जीतू पटवारी का सरकार पर हमला


कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "हरदा में करणी सेना/राजपूत समाज के साथ हुई पुलिस बर्बरता निंदनीय है। मोहन सरकार में न्याय और अधिकार की बात करना अपराध बन गया है!" उन्होंने कलेक्टर और एसपी की बर्खास्तगी की मांग की।


अन्य शहरों में भी प्रदर्शन


हरदा की घटना के विरोध में मध्य प्रदेश के कई शहरों में करणी सेना ने प्रदर्शन किए। देवास में इंदौर-भोपाल बायपास चौराहे पर चक्काजाम से वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। रतलाम, बदनावर और आष्टा में भी सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किए गए। आष्टा-शुजालपुर नेशनल हाईवे पर तेज बारिश के बीच 50 युवाओं ने प्रदर्शन किया, जिससे यातायात बाधित रहा।