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हरिद्वार में प्रसव के दौरान दो महिलाओं की मौत, अस्पताल में हड़कंप

हरिद्वार के बहादराबाद क्षेत्र में एक मातृत्व अस्पताल में प्रसव के दौरान दो महिलाओं की मौत ने हड़कंप मचा दिया है। परिजनों ने अस्पताल के स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाया है, जिसके चलते उन्होंने अस्पताल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और अस्पताल को सील कर दिया गया है। यह घटना पिछले महीने जालंधर में हुई एक समान घटना के बाद आई है, जब ऑक्सीजन की कमी के कारण तीन मरीजों की जान चली गई थी।
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हरिद्वार में प्रसव के दौरान दो महिलाओं की मौत, अस्पताल में हड़कंप

हरिद्वार में मातृत्व अस्पताल में घटना

हरिद्वार समाचार: रविवार रात हरिद्वार के बहादराबाद क्षेत्र स्थित मां गंगा मैटरनिटी एंड आई केयर हॉस्पिटल में दो महिलाओं की मृत्यु ने अस्पताल में हड़कंप मचा दिया। दोनों महिलाएं प्रसव के दौरान अपनी जान गंवा बैठीं, जबकि उनके नवजात बच्चे सुरक्षित हैं।


परिजनों का आरोप और विरोध

परिवार के सदस्यों का कहना है कि अस्पताल के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण यह दुखद घटना हुई। उनके अनुसार, डॉक्टरों और नर्सों की असावधानी के चलते दोनों महिलाओं की जान चली गई। इस घटना के बाद परिजनों और स्थानीय निवासियों ने अस्पताल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।


पुलिस की कार्रवाई

पुलिस अस्पताल पहुंची


पुलिस को घटना की जानकारी मिलते ही तुरंत अस्पताल पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। शिकायतों के आधार पर, पुलिस ने अस्पताल के डॉक्टरों और स्टाफ के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 106(1) के तहत मामला दर्ज किया है।


अस्पताल को सील किया गया

अस्पताल को सील किया गया


दोनों महिलाओं के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए हरिद्वार जिला अस्पताल भेजा गया है। सब-डिवीजनल मजिस्ट्रेट (SDM) की उपस्थिति में अस्पताल को सील कर दिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि मौतें लापरवाही के कारण हुईं या किसी अन्य वजह से।


पिछले महीने की घटना

पिछले महीने में भी हुई थी मौतें


यह घटना एक महीने के भीतर दूसरी बार हुई है जब अस्पतालों में लापरवाही के कारण मौतें हुईं। पिछले महीने जालंधर सिविल अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई में तकनीकी खराबी के कारण तीन मरीजों की जान चली गई थी। इन मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया था और वे विभिन्न बीमारियों से जूझ रहे थे। अस्पताल अधिकारियों ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत नहीं हुई, क्योंकि बैकअप सिलेंडर तुरंत लगाए गए थे। हालांकि, मृतक के परिजनों का आरोप है कि ऑक्सीजन की कमी ही मुख्य कारण थी।