हरियाणा IG वाई पूरन कुमार आत्महत्या मामले में नया मोड़: एससी/एसटी एक्ट की धारा में बदलाव

महापंचायत का आयोजन, परिवार की मांगें
हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले में परिवार ने पोस्टमार्टम के लिए सहमति नहीं दी है। उनकी पत्नी, आईएएस अमनीत पी. कुमार, ने मांग की है कि पहले डीजीपी शत्रुजीत कपूर को पद से हटाया जाए। सरकार ने आईपीएस नरेंद्र बिजारणिया को रोहतक एसपी के पद से हटा दिया है, लेकिन परिवार उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहा है।
धारा में बदलाव और नई एफआईआर
चंडीगढ़ पुलिस ने वाई पूरन कुमार आत्महत्या मामले में एससी/एसटी एक्ट की धारा में बदलाव किया है। अब धारा 3(1)(आर) की जगह धारा 3(2)(वी) लागू की गई है, जिसमें उम्रकैद और जुर्माने का प्रावधान है। अमनीत पी. कुमार ने चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर को पत्र लिखकर कहा था कि एफआईआर में लगाई गई धारा कमजोर है।
गनमैन पर जांच
चंडीगढ़ पुलिस की एसआईटी ने पूरन कुमार के गनमैन सुशील कुमार पर दर्ज एफआईआर का रिकॉर्ड मांगा है। सुशील कुमार पर आरोप है कि उसने एक शराब कारोबारी से रिश्वत मांगी थी। कारोबारी ने इस संबंध में ऑडियो क्लिप भी पुलिस को सौंपी है।
महापंचायत का आयोजन
परिवार और एससी समुदाय से जुड़े संगठनों ने चंडीगढ़ में महापंचायत बुलाई है। यह महापंचायत आज दोपहर 2 बजे गुरु रविदास गुरुद्वारे में होगी। परिवार का कहना है कि जब तक डीजीपी और एसपी की गिरफ्तारी नहीं होती, वे पोस्टमार्टम नहीं कराएंगे।
मुख्यमंत्रियों की मुलाकात
शनिवार को वाई पूरन कुमार की पत्नी से कई प्रमुख हस्तियों ने मुलाकात की। इनमें कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया शामिल थे।
बिजारणिया के समर्थन में खाप पंचायत
आईपीएस नरेंद्र बिजारणिया के समर्थन में रोहतक में महापंचायत का आयोजन किया गया। खाप पंचायतों ने भी उनके समर्थन में आवाज उठाई है। उनका कहना है कि बिना जांच के बिजारणिया को बलि का बकरा बनाया जा रहा है।
परिवार को मनाने की कोशिश
सरकार परिवार को पोस्टमार्टम के लिए मनाने में असफल रही है। चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर ने अमनीत पी. कुमार से मिलने का प्रयास किया है।