हरियाणा की बॉक्सिंग स्टार दर्शना घनघस ने जीता स्वर्ण पदक

दर्शना घनघस का स्वर्ण पदक जीतना
हरियाणा की बॉक्सिंग प्रतिभा दर्शना घनघस ने गोल्ड मेडल जीतकर अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी में अपनी पहचान बनाई है।
भिवानी जिले को 'मिनी क्यूबा' के नाम से जाना जाता है, और अब दर्शना जैसी महिला खिलाड़ी ने इस क्षेत्र की पहचान को और बढ़ाया है। अमेरिका में आयोजित वर्ल्ड पुलिस-फायर गेम्स में उन्होंने 54 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर न केवल अपनी क्षमता को साबित किया, बल्कि देश का मान भी बढ़ाया।
समारोह में सम्मानित
गांव धनाना के जाटू खाप चबूतरे पर दर्शना के सम्मान में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें कई प्रमुख अतिथि और स्थानीय लोग शामिल हुए। दर्शना की मेहनत और समर्पण ने भारत को एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय खेल मंच पर गौरव दिलाया।
सास का योगदान
दर्शना ने अपनी सफलता का श्रेय हरियाणा पुलिस विभाग और अपनी सास को दिया। उन्होंने कहा कि उनकी माँ ने उन्हें जन्म दिया, लेकिन उनकी सास ने उन्हें सपने देखने और उन्हें पूरा करने की प्रेरणा दी। भावुक होकर उन्होंने कहा कि उनकी सास का सपना आज साकार हुआ है। अब दर्शना का अगला लक्ष्य एशियन गेम्स में पदक जीतना है।
सांसद धर्मवीर सिंह की बधाई
सम्मान समारोह में सांसद चौधरी धर्मवीर सिंह ने दर्शना को हरियाणा का गौरव बताया। उन्होंने कहा कि हरियाणा हमेशा से खिलाड़ियों, जवानों और किसानों की भूमि रही है, और दर्शना जैसे सितारे इस पहचान को और मजबूत कर रहे हैं। उन्होंने आशा जताई कि दर्शना भविष्य में ओलंपिक में भी देश का नाम रोशन करेंगी।
दर्शना की प्रेरणादायक कहानी
दर्शना की कहानी यह दर्शाती है कि मेहनत, समर्पण और पारिवारिक सहयोग से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। उनका स्वर्ण पदक केवल एक पुरस्कार नहीं, बल्कि यह एक संदेश है कि अगर हिम्मत है, तो हर मंजिल संभव है।