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हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की जासूसी मामले में गिरफ्तारी

हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उन पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI को संवेदनशील जानकारी देने का आरोप है। पुलिस ने उनके ई-गैजेट्स से 12 TB डेटा जब्त किया है, जिसमें पाकिस्तानी संपर्कों के संदेश शामिल हैं। ज्योति के पिता ने उनके मानसिक तनाव के बारे में बताया है, जबकि उनके वकील ने FIR को असंवैधानिक बताया है। इस मामले में आगे की जांच जारी है।
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हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की जासूसी मामले में गिरफ्तारी

ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी का मामला


हरियाणा के हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा, जो 'Travel with JO' नामक व्लॉगिंग चैनल की संचालिका हैं और जिनके 3.7 लाख से अधिक सब्सक्राइबर हैं, को मई 2025 में जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया। उन पर यह आरोप है कि उन्होंने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI को संवेदनशील जानकारी प्रदान की और ISI के एक अधिकारी 'दानिश' के साथ संपर्क में रहीं।


पुलिस के अनुसार, ज्योति ने 2023 से कई बार पाकिस्तान की यात्रा की और वहां ISI के संपर्कों से मिलीं। 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, उन्होंने पाकिस्तान के उच्चायोग के अधिकारी 'दानिश' से संपर्क किया। जब्त किए गए ई-गैजेट्स की फोरेंसिक जांच में लगभग 12 TB डेटा प्राप्त हुआ, जिसमें पाकिस्तानी खुफिया से संबंधित संदेश शामिल थे।


ज्योति की सोशल मीडिया गतिविधियों, जैसे व्हाट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट, से भी पाकिस्तानी संपर्कों का पता चला। हरियाणा पुलिस ने यह दावा किया कि उन्हें जासूसी के लिए 'एस्सेट' के रूप में तैयार किया जा रहा था और डिजिटल माध्यमों से मनोवैज्ञानिक युद्ध में उनका उपयोग किया गया। हालांकि, पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि अब तक कोई ठोस सबूत नहीं मिला है कि ज्योति ने सैन्य, रणनीतिक या आतंकवादी जानकारी साझा की।


गिरफ्तारी के बाद, ज्योति को न्यायिक हिरासत में रखा गया है, और पुलिस रिमांड के लिए कई बार इसे बढ़ाया गया है। अदालत ने रिमांड को 21 जुलाई तक बढ़ा दिया है, जिससे जांच एजेंसियों को पर्याप्त समय मिल सके।


ज्योति के पिता, हरीश मल्होत्रा, ने कहा कि घर पर रहकर वे मानसिक रूप से कैद महसूस कर रहे हैं। कोर्ट में मिलने पर भी रोक लगा दी गई है। उनके अनुसार, 'अपने ही कान काट रहे हैं,' क्योंकि वकील चुनने का दबाव बनाया गया और दस्तावेज़ों की वापसी में कठिनाई हो रही है। ज्योति के वकील ने आरोप लगाया कि FIR असंवैधानिक थी और उनके खिलाफ बिना ठोस सबूत के कार्रवाई की गई।