हरियाणा के मुख्यमंत्री को मिला 'शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह अवॉर्ड'
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को चंडीगढ़ में आयोजित एक समारोह में ग्लोबल पंजाबी एसोसिएशन द्वारा 'शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह अवॉर्ड' से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन्हें सिख धर्म और समाज सेवा में उनके योगदान के लिए दिया गया। समारोह में डॉ. इकबाल सिंह लालपुरा की पुस्तक का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर कई प्रमुख हस्तियां उपस्थित थीं, जिन्होंने पंजाब की समस्याओं पर चिंता व्यक्त की।
Oct 13, 2025, 21:27 IST
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मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को मिला विशेष सम्मान
- सिख धर्म और समाज सेवा में योगदान के लिए मिला विशेष सम्मान
चंडीगढ़ समाचार - डेराबस्सी। चंडीगढ़ के टैगोर थिएटर में आयोजित एक भव्य समारोह में ग्लोबल पंजाबी एसोसिएशन ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को 'शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह अवॉर्ड' से सम्मानित किया। यह पुरस्कार उन्हें सिख धर्म, सामाजिक एकता और समाज कल्याण में उनके योगदान के लिए दिया गया।
इस समारोह में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड के सदस्य डॉ. इकबाल सिंह लालपुरा की पुस्तक 'तिलक जंझू का राखा' का विमोचन मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किया। इस अवसर पर डेराबस्सी क्षेत्र के वरिष्ठ भाजपा नेता सरदार गुरदर्शन सिंह सैनी भी उपस्थित थे।
ग्लोबल पंजाबी एसोसिएशन और गुरदर्शन सिंह सैनी ने मुख्यमंत्री सैनी को उनके सिख धर्म के प्रति सेवाओं, हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति की स्थापना, कुरुक्षेत्र में सिख म्यूज़ियम के निर्माण की पहल और 1984 के दंगों से प्रभावित सिख परिवारों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए यह सम्मान प्रदान किया।
गुरु तेग बहादुर साहिब जी का जीवन हमें बलिदान का महत्व सिखाता है।
डॉ. इकबाल सिंह लालपुरा ने मुख्यमंत्री सैनी की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने सिख इतिहास और समाज के उत्थान के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। सैनी ने सिख गुरुओं के नाम पर शैक्षणिक संस्थानों का नामकरण कर युवाओं में सिख परंपराओं की प्रेरणा जगाई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. लालपुरा की यह पुस्तक आज के समाज के लिए एक आध्यात्मिक दस्तावेज है, जो गुरु तेग बहादुर साहिब जी के जीवन और बलिदान के माध्यम से मानवता और सत्य का संदेश देती है।
इस अवसर पर डॉ. कुलवंत सिंह धालीवाल, अध्यक्ष – ग्लोबल पंजाबी एसोसिएशन, डॉ. के.एस. औलख (पूर्व कुलपति, पीएयू लुधियाना), महारानी उमा सिंह (नाभा) सहित कई प्रमुख हस्तियां उपस्थित थीं। एसोसिएशन के सदस्यों ने पंजाब में बढ़ती आर्थिक मंदी, नशे की समस्या और युवाओं के पलायन पर चिंता व्यक्त की और कहा कि अब समय है जब सभी पंजाबी मिलकर 'सरबत दा भला' की भावना से काम करें।