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हरियाणा में 1 अगस्त को विशेष मॉक ड्रिल का आयोजन

हरियाणा में 1 अगस्त को विशेष मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा, जिसमें गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, नूंह और रेवाड़ी शामिल हैं। यह ड्रिल आपदा प्रबंधन की तैयारियों का परीक्षण करेगी, जिसमें सेना, एनडीआरएफ और अन्य सरकारी एजेंसियां भाग लेंगी। नई दिल्ली में रणनीति तय की जाएगी, और भूकंप जैसी आपात स्थितियों का अभ्यास किया जाएगा। हाल के भूकंप के झटकों के कारण यह ड्रिल और भी महत्वपूर्ण हो गई है।
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हरियाणा में 1 अगस्त को विशेष मॉक ड्रिल का आयोजन

सरकारी एजेंसियों की तैयारियों का परीक्षण


हरियाणा के पांच जिलों में एक अगस्त को विशेष मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। इस ड्रिल में शामिल जिलों में गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, नूंह और रेवाड़ी हैं। इसका उद्देश्य आपदा, रासायनिक आपदाओं और भूकंप जैसी घटनाओं के लिए सरकारी एजेंसियों की तैयारियों और समन्वय का परीक्षण करना है। पूरे एनसीआर में इस दिन फील्ड स्तर पर मॉक ड्रिल का आयोजन होगा, जिसमें आपातकालीन वाहन, बचाव टीमें, सायरन और राहत शिविरों का प्रदर्शन किया जाएगा।


ड्रिल का नाम और भागीदार

इस मॉक ड्रिल का नाम 'एक्सरसाइज सुरक्षा चक्र' रखा गया है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, इसमें सेना, एनडीआरएफ, सिविल डिफेंस, पुलिस, वैज्ञानिक और तकनीकी संस्थाएं, साथ ही गैर-सरकारी संगठन भी शामिल होंगे।


नई दिल्ली में रणनीति का निर्धारण

नई दिल्ली के मानेकशॉ सेंटर में वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक होगी, जिसमें रणनीति और जिम्मेदारियों का निर्धारण किया जाएगा। इस बैठक में टेबल टॉप एक्सरसाइज और कंप्यूटर सिमुलेशन के माध्यम से एजेंसियों की योजनाओं का परीक्षण किया जाएगा। ग्राउंड-लेवल पर ड्रिल का आयोजन भूकंप और औद्योगिक रिसाव जैसी स्थितियों का वास्तविक समय अभ्यास करने के लिए किया जाएगा।


भूकंप की बढ़ती घटनाएं

दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के पांच जिलों का चयन करने का मुख्य कारण हाल के दिनों में यहां महसूस किए गए भूकंप के झटके हैं। एनडीएमए के सूत्रों के अनुसार, हरियाणा में भविष्य में और भी भूकंप आ सकते हैं, जो पहले आए झटकों से अधिक शक्तिशाली हो सकते हैं। इसलिए, किसी भी बड़ी आपदा से निपटने के लिए यह मॉक ड्रिल अत्यंत आवश्यक है।