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हरियाणा में ASI संदीप लाठर की आत्महत्या: IAS, विधायक और गनमैन पर लगे गंभीर आरोप

हरियाणा के रोहतक में ASI संदीप लाठर की आत्महत्या ने प्रशासनिक और राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। परिजनों की शिकायत पर IAS अधिकारी, विधायक और पूर्व IPS अधिकारी के गनमैन पर गंभीर आरोप लगे हैं। परिवार ने न्याय की मांग की है, जिसके चलते पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री के OSD ने परिवार से मुलाकात कर निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। यह मामला अब हरियाणा के तंत्र की पारदर्शिता और जवाबदेही की परीक्षा बन चुका है।
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हरियाणा में ASI संदीप लाठर की आत्महत्या: IAS, विधायक और गनमैन पर लगे गंभीर आरोप

रोहतक में ASI संदीप लाठर की आत्महत्या का मामला


रोहतक ASI आत्महत्या मामला: हरियाणा के रोहतक जिले में साइबर सेल में कार्यरत एएसआई संदीप लाठर की आत्महत्या ने अब एक नया मोड़ ले लिया है। इस संवेदनशील प्रकरण में हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों के नाम सामने आने से प्रशासनिक और राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। परिजनों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने एक मामला दर्ज किया है, जिसमें एक IAS अधिकारी, एक विधायक और एक पूर्व IPS अधिकारी के गनमैन को आरोपी बनाया गया है।


IAS, विधायक और गनमैन पर गंभीर आरोप
संदीप लाठर के परिवार की शिकायत पर रोहतक के सदर थाने में आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत FIR दर्ज की गई है। इस FIR में IAS अधिकारी अमनीत पी. कुमार, उनके भाई और आम आदमी पार्टी के विधायक अमन रतन, तथा पूर्व IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार के गनमैन सुशील का नाम शामिल है। आरोप है कि इन व्यक्तियों ने एएसआई संदीप पर मानसिक दबाव डाला, जिसके कारण वह गहरी मानसिक पीड़ा में थे और अंततः आत्महत्या का कदम उठाया।


परिवार की मांग और पुलिस की कार्रवाई
संदीप के परिवार ने आत्महत्या के बाद से न्याय की मांग की है। उनका कहना है कि अंतिम संस्कार तभी किया जाएगा जब आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। परिवार के इस रुख ने मामले को और संवेदनशील बना दिया, जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों को गांव तक पहुंचना पड़ा। रोहतक पुलिस ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए FIR दर्ज की और जांच शुरू कर दी है। अब पुलिस आरोपियों से पूछताछ करने की तैयारी कर रही है ताकि आत्महत्या के कारणों का पता लगाया जा सके।


मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचा मामला
मामले की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के OSD (Officer on Special Duty) वीरेन्द्र सिंह बढ़खालसा खुद संदीप लाठर के गांव लाढ़ौत पहुंचे और शोक संतप्त परिवार से मिले। उन्होंने परिवार को निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। इस मुलाकात से स्पष्ट है कि राज्य सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया है और जांच पर नजर रख रही है।


प्रशासन में मचा हड़कंप, आगे की जांच पर निगाहें
FIR में जिन नामों का उल्लेख है, वे सभी किसी न किसी रूप में सत्ता, प्रशासन या राजनीतिक ताकत से जुड़े हुए हैं। इस प्रकार, मामला अब केवल आत्महत्या का नहीं रह गया, बल्कि एक व्यापक प्रशासनिक और राजनीतिक विवाद का रूप ले चुका है। हरियाणा पुलिस पर अब निष्पक्ष और तेज़ जांच का दबाव है। जनता, मीडिया और राजनीतिक दलों की निगाहें इस मामले में आगे की कार्रवाई पर टिकी हैं।


एएसआई संदीप लाठर की आत्महत्या अब केवल व्यक्तिगत पीड़ा की कहानी नहीं रह गई, बल्कि यह हरियाणा के सत्ता और तंत्र की पारदर्शिता और जवाबदेही की परीक्षा बन चुकी है। FIR दर्ज होने के बाद जांच की दिशा तय करेगी कि क्या दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा या नहीं।