हरियाणा में खेल महाकुंभ का आयोजन, लेकिन आधे जिलों में नहीं हैं डीएसओ

खेल विभाग की स्थिति पर सवाल उठाते हुए
भिवानी के कांग्रेस नेता अशोक बुवानीवाला ने हरियाणा सरकार पर आरोप लगाया है कि उसने खेल विभाग की स्थिति को गंभीरता से नहीं लिया है। उन्होंने कहा कि आधे हरियाणा में जिला खेल अधिकारियों (डीएसओ) की कमी है, जबकि सरकार खेल महाकुंभ का आयोजन करने की योजना बना रही है। यह खिलाडिय़ों के साथ अन्याय है।
बुवानीवाला ने यह भी बताया कि भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक, गुड़गांव और करनाल जैसे जिलों में डीएसओ के पद खाली पड़े हैं।
प्रमोशन का इंतजार
उन्होंने कहा कि जब भी कोई अधिकारी सेवानिवृत्त होता है या तबादला होता है, तब नए अधिकारियों की नियुक्ति नहीं की जाती। कई अधिकारी प्रमोशन का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन उनकी मांगें अनसुनी रह गई हैं। अगले दो महीनों में दो और डीएसओ सेवानिवृत्त होने वाले हैं, जिससे स्थिति और भी खराब हो जाएगी।
बुवानीवाला ने कहा कि डीएसओ की प्रमोशन आवश्यक है, क्योंकि खिलाडिय़ों को प्रशिक्षित करने की जिम्मेदारी उनके कंधों पर होती है।
डीएसओ की कमी
उन्होंने यह भी बताया कि पिछले तीन-चार सालों में कई जिलों में डीएसओ नहीं हैं। रोहतक में तीन साल से अधिक समय हो गया है और भिवानी में भी बिना डीएसओ के काम चलाया जा रहा है।
बुवानीवाला ने सरकार से सवाल किया कि जब सुविधाएं नहीं दे सकते, तो खेलों को बढ़ावा देने का दिखावा क्यों किया जा रहा है।
तत्काल नियुक्तियों की मांग
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को खेलों में खिलाडिय़ों को निपुण बनाने के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान करनी चाहिए। अधिकारियों के खाली पदों पर तुरंत नियुक्तियां की जानी चाहिए।
बुवानीवाला ने कहा कि जब सरकार खिलाडिय़ों को सुविधाएं नहीं दे सकती, तो उन्हें मेडल जीतने पर इठलाने का कोई अधिकार नहीं है।