हरियाणा में नए जिलों का गठन: हांसी और गोहाना के नामों पर चर्चा

हरियाणा में नए जिलों का गठन
हरियाणा में नए जिलों का गठन: हांसी और गोहाना के नामों पर चर्चा: हरियाणा में नए जिलों का निर्माण अब संभव होता दिख रहा है। भारत के महा रजिस्ट्रार ने प्रशासनिक इकाइयों की सीमाओं में बदलाव के लिए 31 दिसंबर 2025 तक का समय निर्धारित किया है।
हरियाणा सरकार ने हांसी, डबवाली, असंध, सफीदों और गोहाना को नए जिलों के रूप में स्थापित करने की योजना पर कार्य प्रारंभ कर दिया है। यह कदम प्रशासनिक सुविधा और विकास को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है। कैबिनेट की उप-समिति इस प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ा रही है। आइए, इस योजना के सभी पहलुओं और प्रभावों पर नजर डालते हैं।
कैबिनेट समिति की भूमिका और समयसीमा
हरियाणा सरकार ने नए जिलों, तहसीलों और उप-तहसीलों के गठन के लिए पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार की अध्यक्षता में एक कैबिनेट उप-समिति का गठन किया है। इसमें विपुल गोयल, महिपाल ढांडा और श्याम सिंह राणा शामिल हैं।
इस समिति का कार्यकाल 30 जून को समाप्त हो गया था, लेकिन अब इसे 31 दिसंबर तक बढ़ाने की योजना है। समिति ने कई बैठकें आयोजित की हैं और प्रस्तावित जिलों पर चर्चा की है। हरियाणा में नए जिलों की यह योजना प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सरल बनाएगी। समिति जिला उपायुक्तों से दस्तावेज मांगकर निर्णय लेगी।
नए जिलों के गठन के नियम
हरियाणा में नए जिलों के गठन के लिए कुछ नियम निर्धारित किए गए हैं। प्रस्तावित जिले में कम से कम 4 लाख की जनसंख्या और 80 हजार हेक्टेयर भूमि होनी चाहिए। जिला उपायुक्त, ब्लॉक समिति, विधायक और नगर पालिका के प्रस्ताव आवश्यक हैं।
गांव को तहसील या उप-तहसील में शामिल करने के लिए सरपंच का प्रस्ताव अनिवार्य है। यह प्रक्रिया प्रशासनिक सुविधा और स्थानीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखती है। हांसी, डबवाली, असंध, सफीदों और गोहाना जैसे क्षेत्रों में विकास को गति मिलेगी।
विकास और जनता को लाभ
हरियाणा में नए जिलों के गठन से प्रशासनिक कार्यों में सरलता आएगी। स्थानीय निवासियों को सरकारी सेवाएं जल्दी और आसानी से उपलब्ध होंगी। हांसी, गोहाना और अन्य प्रस्तावित जिलों में बुनियादी ढांचे का विकास होगा।
इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। जनवरी 2026 से मार्च 2027 तक जनगणना के कारण सीमा परिवर्तन रुकेगा, इसलिए सरकार इस वर्ष योजना को अंतिम रूप देना चाहती है। यह कदम हरियाणा के विकास को नई दिशा देगा। लोग इस बदलाव का स्वागत कर रहे हैं।