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हरियाणा में नकली करेंसी के गिरोह का भंडाफोड़, 10 करोड़ की बरामदगी

पंजाब में पुलिस ने एक बड़े नकली करेंसी गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसमें 10 करोड़ रुपये की नकली और पुरानी करेंसी बरामद की गई। गिरफ्तार आरोपियों ने धोखाधड़ी के लिए एक चालाक तरीका अपनाया था। इस गिरोह का नेटवर्क पंजाब के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों में भी फैला हुआ था। पुलिस ने इस मामले में तकनीकी जांच और पूछताछ जारी रखी है। जानें इस ऑपरेशन की पूरी कहानी और पुलिस की सफलता के बारे में।
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हरियाणा में नकली करेंसी के गिरोह का भंडाफोड़, 10 करोड़ की बरामदगी

पंजाब में नकली करेंसी का बड़ा खुलासा


करोड़ों की नकली करेंसी का खुलासा, गिरोह का जाल पंजाब और आस-पास के राज्यों में फैला


चंडीगढ़/एसएएस नगर: एसएएस नगर पुलिस ने एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो नकली करेंसी का उत्पादन कर उसे बाजार में वितरित कर रहा था। यह गिरोह पंजाब के साथ-साथ अन्य पड़ोसी राज्यों में भी सक्रिय था। पुलिस ने डेराबस्सी क्षेत्र में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया, जिनके पास लगभग 10 करोड़ रुपये की नकली और पुरानी करेंसी मिली।


गिरफ्तार आरोपियों से बरामद नकदी

डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने बताया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान सचिन वासी और गुरदीप वासी के रूप में हुई है, जो हरियाणा के कुरुक्षेत्र के निवासी हैं। उनके पास से 11,05,000 रुपये की असली पुरानी करेंसी और 9.88 करोड़ रुपये की नकली करेंसी बरामद की गई। इसके अलावा, पुलिस ने उनकी सफेद स्कॉर्पियो-एन (एचआर-41-एम-6974) भी जब्त की है।


धोखाधड़ी का तरीका

डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि आरोपी एक चालाकी से नकली नोटों के बंडलों के ऊपर असली नोट रखकर लोगों को धोखा देते थे। ये आरोपी पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में कई धोखाधड़ी और जाली करेंसी के मामलों में शामिल रहे हैं। डीजीपी ने कहा कि इस गिरोह के पूरे नेटवर्क और अन्य सहयोगियों की पहचान के लिए तकनीकी जांच और पूछताछ जारी है।


पुलिस की सफलता की कहानी

एसएसपी एसएएस नगर हरमनदीप हंस ने बताया कि पुलिस को अंतर-राज्यीय जाली करेंसी मॉड्यूल से जुड़े दो व्यक्तियों की गतिविधियों की सूचना मिली थी। इस सूचना के आधार पर, एसपी ग्रामीण मनप्रीत सिंह और डीएसपी डेराबस्सी बिक्रमजीत सिंह बराड़ की निगरानी में विशेष टीमें बनाई गईं। तत्परता से कार्रवाई करते हुए, एसएचओ डेराबस्सी सुमित मौड़ और एंटी-नारकोटिक्स सेल के इंचार्ज मलकीत सिंह की अगुवाई में टीमों ने पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस, घग्गर पुल, पुराना अंबाला-कालका हाईवे पर नाकाबंदी की और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया।