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हरियाणा में बच्चों के लिए पोषण योजना: प्रोटीन मिल्क बार का वितरण

हरियाणा सरकार ने बच्चों के पोषण को बेहतर बनाने के लिए प्रोटीन मिल्क बार योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे सप्ताह में दो बार प्रोटीन मिल्क बार प्राप्त करेंगे, जिससे उनकी सेहत में सुधार होगा। यह पहल न केवल बच्चों के शारीरिक विकास में मदद करेगी, बल्कि उनकी मानसिक क्षमता को भी बढ़ाएगी। योजना की सफलता के लिए सख्त निगरानी की व्यवस्था की गई है, जिससे कोई बच्चा इस योजना से वंचित न रहे।
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हरियाणा में बच्चों के लिए पोषण योजना: प्रोटीन मिल्क बार का वितरण

हरियाणा स्कूल पोषण योजना: बच्चों के लिए नया पोषण स्रोत

हरियाणा सरकार ने बच्चों के पोषण को ध्यान में रखते हुए प्रोटीन मिल्क बार योजना की शुरुआत की है।


अब सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले हजारों बच्चे सप्ताह में दो बार प्रोटीन मिल्क बार प्राप्त करेंगे, जिससे उनकी सेहत में सुधार होगा। यह योजना 11 अगस्त 2026 तक लागू रहेगी। शिक्षा विभाग ने इसे बच्चों के संतुलित आहार और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए तैयार किया है।


प्रोटीन मिल्क बार का वितरण

इस योजना के तहत हर सरकारी स्कूल में सप्ताह में दो बार दूध बार का वितरण किया जाएगा। यह प्रोटीन बार बच्चों के शारीरिक विकास के साथ-साथ उनकी मानसिक क्षमता को भी बढ़ाने में सहायक होगा। यह कदम बच्चों की पढ़ाई में एकाग्रता बढ़ाने के लिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।


बच्चों के लिए पोषण का नया ज़रिया

हरियाणा के कई सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे कुपोषण की समस्या का सामना कर रहे हैं। कई बार उन्हें घर पर पर्याप्त और संतुलित आहार नहीं मिल पाता। ऐसे में सरकार की यह योजना उन बच्चों के लिए राहत का स्रोत है। प्रोटीन मिल्क बार उन्हें अतिरिक्त ऊर्जा और पोषण प्रदान करेगा।


स्कूल प्रबंधन की जिम्मेदारी

शिक्षा विभाग ने स्कूल प्रबंधन को निर्देश दिए हैं कि वितरण प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और संगठित होनी चाहिए। हर बच्चे तक प्रोटीन बार पहुंचाने के लिए शिक्षकों और कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय की गई है, ताकि कोई बच्चा इस योजना से वंचित न रहे।


सख्त निगरानी की व्यवस्था

इस योजना की सफलता के लिए स्कूल स्तर पर सख्त निगरानी की व्यवस्था की गई है। शिक्षा विभाग ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि हर स्कूल में वितरण के दौरान पोषण नीति का पालन किया जाए। बच्चों को समय पर और सही मात्रा में दूध बार मिले, इसके लिए शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है।


सरकार की नई पहल

इस पहल से न केवल बच्चों की सेहत में सुधार होगा, बल्कि यह उन्हें पढ़ाई में भी बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करेगा। सरकार की यह योजना हरियाणा में स्कूल स्वास्थ्य को एक नई दिशा देने वाली साबित हो सकती है।