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हरियाणा में बारिश का अलर्ट: अगले कुछ घंटों में भारी बारिश की संभावना

हरियाणा में मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। पलवल, फरीदाबाद, गुरुग्राम, नूंह, झज्जर, रोहतक, सोनीपत और पानीपत जैसे जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है। मानसून फिलहाल कमजोर है, लेकिन जल्द ही सक्रिय होने की उम्मीद है। किसानों के लिए यह राहत की खबर हो सकती है। जानें और क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
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हरियाणा में बारिश का अलर्ट: अगले कुछ घंटों में भारी बारिश की संभावना

हरियाणा में मौसम का पूर्वानुमान

Weather Haryana: अगले कुछ घंटों में भारी बारिश की संभावना, इन जिलों में अलर्ट जारी: मौसम विभाग ने हरियाणा में बारिश के संबंध में नई चेतावनी जारी की है। शनिवार सुबह 8:30 बजे के पूर्वानुमान के अनुसार, अगले तीन घंटों में राज्य के कई जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। पलवल, फरीदाबाद, गुरुग्राम, नूंह, झज्जर, रोहतक, सोनीपत और पानीपत में मौसम में अचानक बदलाव की संभावना है।


कुछ स्थानों पर (heavy rain warning) भी जारी की गई है, जहां तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश की संभावना जताई गई है। ऐसे में लोगों को सलाह दी गई है कि वे खुले स्थानों पर जाने से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।


मानसून की स्थिति: कमजोर लेकिन सक्रिय होने की संभावना


हरियाणा में मानसून फिलहाल कमजोर पड़ा हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, 9 अगस्त को दक्षिण और पश्चिमी हरियाणा के जिलों में बारिश की तीव्रता कम रह सकती है। हालांकि, 10 अगस्त से (monsoon update Haryana) फिर से सक्रिय होने की संभावना है।


इससे प्रदेश में व्यापक स्तर पर बारिश हो सकती है, जिससे तापमान में गिरावट और मौसम में ठंडक आ सकती है। किसानों के लिए यह खबर राहत भरी हो सकती है, क्योंकि लंबे समय से बारिश की कमी से फसलें प्रभावित हो रही थीं।


अलर्ट वाले जिलों की सूची


मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, जिन जिलों में (IMD forecast Haryana) के तहत अलर्ट जारी किया गया है, उनमें पलवल, फरीदाबाद, गुरुग्राम, नूंह, झज्जर, रोहतक, सोनीपत और पानीपत शामिल हैं। इन क्षेत्रों में अगले कुछ घंटों में बारिश की शुरुआत हो सकती है।


लोगों को सलाह दी गई है कि वे मौसम की जानकारी लगातार प्राप्त करें और आवश्यक सावधानियां बरतें। खासकर वाहन चालकों को सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि बारिश के दौरान सड़कों पर फिसलन बढ़ जाती है।