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हरियाणा में बारिश से बाढ़ का खतरा: 8 जिलों में स्कूल बंद

हरियाणा में हालिया बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। यमुना, मारकंडा और घग्घर नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है, जिससे कई गांवों में जलभराव हो गया है। प्रशासन ने 8 जिलों में स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया है। कुरुक्षेत्र में छत गिरने से दो लोगों की मौत हो गई है। जानें इस स्थिति के बारे में और अधिक जानकारी।
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हरियाणा में बारिश से बाढ़ का खतरा: 8 जिलों में स्कूल बंद

हरियाणा में बाढ़ की स्थिति


मारकंडा और घग्घर नदी का उफान
चंडीगढ़: हाल ही में हुई बारिश के कारण हरियाणा में कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। यमुना, मारकंडा और घग्घर नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे कई गांवों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है। प्रशासन ने स्थिति को देखते हुए स्कूलों में छुट्टियां घोषित कर दी हैं।


राज्य के 8 जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं, जिनमें झज्जर, पंचकूला, अंबाला, भिवानी, हिसार के हांसी ब्लॉक के 30 स्कूल, यमुनानगर के छछरौली ब्लॉक, कुरुक्षेत्र के पिहोवा और शाहाबाद ब्लॉक, तथा फतेहाबाद के टोहाना, जाखल और भूना ब्लॉक के सभी स्कूल शामिल हैं।


पंचकूला, यमुनानगर, अंबाला, पानीपत, करनाल, सोनीपत और कुरुक्षेत्र में आज सुबह से लगातार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, मेवात और पलवल में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।


यमुना से सटे हरियाणा के 6 जिलों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है, जिसमें यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत, फरीदाबाद और पलवल शामिल हैं। यहां हजारों एकड़ फसल जलमग्न हो चुकी है।


कुरुक्षेत्र में छत गिरने से मौतें

कुरुक्षेत्र में छत गिरने से दो व टोहाना में एक की मौत


कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में एक मकान की छत गिरने से दो भाइयों की जान चली गई, जबकि चार लोग घायल हुए हैं। टोहाना के समैन गांव में भी बारिश के कारण एक मकान की छत गिर गई, जिसमें रणधीर सोनी (49) की मौत हो गई।


मारकंडा नदी का जलस्तर

मारकंडा नदी में बह रहा 31 हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी


मारकंडा नदी में 31 हजार क्यूसेक से अधिक पानी बह रहा है, जो खतरे के निशान से 0.15 मीटर ऊपर है। शाहाबाद के 8 गांवों में नदी का पानी फैल चुका है।


बारिश का आंकड़ा

39 प्रतिशत अधिक बारिश


राज्य में अब तक सामान्य से 39 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। 2 सितंबर तक औसतन 357.3 एमएम बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन अब तक 498.4 एमएम बारिश दर्ज की गई है। यमुनानगर में सबसे अधिक 992.2 एमएम बारिश हुई है।