हरियाणा में मानसून का असर: बारिश की संभावना और येलो अलर्ट

हरियाणा में मौसम की स्थिति
हरियाणा का मौसम: हरियाणा में मानसून में अचानक बदलाव देखने को मिल रहा है। 13 अगस्त से बारिश की संभावना लगातार बनी हुई है। मौसम विभाग ने कई जिलों के लिए पहले से ही येलो अलर्ट जारी कर दिया है, जिसका असर स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों और कार्यक्रमों पर पड़ सकता है।
बारिश की संभावना
सोमवार को नौ जिलों में बारिश हुई, जिससे यमुनानगर में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। मंगलवार को 20 जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है। IMD के अनुसार, 13 अगस्त से उत्तरी हरियाणा के पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर और करनाल जिलों में बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
15 अगस्त का मौसम
15 अगस्त को मौसम कैसा रहेगा?
राज्य के अन्य जिलों में भी बारिश की संभावना है, जिससे 15 अगस्त के कार्यक्रम प्रभावित हो सकते हैं। प्रशासन ने अन्य स्थानों पर भी तैयारियों को बढ़ा दिया है। लगातार बारिश के कारण न्यूनतम और अधिकतम तापमान में कमी आई है, करनाल में यह अंतर केवल दो डिग्री रह गया है। हिसार में भी सोमवार शाम को हल्की बूंदाबांदी हुई।
नदियों का जलस्तर
नदियों का जलस्तर घटा
पिछले कुछ दिनों से बारिश न होने के कारण नदियों का जलस्तर कम हो गया है, जिससे लोगों को राहत मिली है। सोमवार सुबह मारकंडा नदी का जलस्तर 6,500 क्यूसेक था, जो शाम तक घटकर 4,800 क्यूसेक रह गया। हालांकि, शाहाबाद से पानी का प्रवाह जारी रहने के कारण कई गांवों के लोग अभी भी परेशान हैं। झांसा में जलस्तर 9,000 क्यूसेक था।
हथनीकुंड बैराज की स्थिति
हथनीकुंड बैराज
यमुनानगर में नदियों में जलप्रवाह सामान्य स्थिति में है। हथनीकुंड बैराज में अधिकतम जलप्रवाह 33,493 क्यूसेक दर्ज किया गया। पूर्वी यमुना नहर में प्रवाह 1,510 क्यूसेक, पश्चिमी यमुना नहर में 13,310 क्यूसेक और यमुना नदी में 18,673 क्यूसेक है।