हरियाणा में मौसम: 6 जिलों में ऑरेंज अलर्ट, 10 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना

हरियाणा में मौसम की स्थिति
हरियाणा मौसम अपडेट: 6 जिलों में ऑरेंज अलर्ट, 10 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना: हरियाणा में मॉनसून 2025 ने मौसम को पूरी तरह से बदल दिया है। अंबाला, हिसार, और रोहतक जैसे कई जिलों में हुई झमाझम बारिश ने गर्मी से परेशान लोगों को राहत प्रदान की है।
चंडीगढ़ स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने 6 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और 10 जुलाई तक तेज बारिश की संभावना जताई है। इस बारिश ने तापमान में गिरावट लाई है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में उमस ने लोगों को परेशान किया है। आइए जानते हैं हरियाणा के मौसम की ताजा जानकारी और बारिश के प्रभावों के बारे में।
ऑरेंज अलर्ट और बारिश की संभावना
मौसम विज्ञान केंद्र चंडीगढ़ ने 6 जुलाई को कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, पंचकूला, और यमुनानगर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में तेज बारिश की संभावना है। इसके अलावा, 7 जुलाई को पंचकूला, पानीपत, गुरुग्राम, और फरीदाबाद जैसे क्षेत्रों में 75-100% बारिश की उम्मीद है, जबकि सिरसा, हिसार, और भिवानी में 50-75% बारिश हो सकती है।
10 जुलाई तक मॉनसून की सक्रियता के कारण बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। मौसम विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी भरी हवाएं हरियाणा की ओर बढ़ रही हैं, जिससे बारिश में 25% की वृद्धि हुई है।
तापमान में राहत, लेकिन उमस की चुनौती
हरियाणा में मॉनसून के सक्रिय होने से तापमान में कमी आई है। अंबाला में सुबह का तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, लेकिन हवा में नमी के कारण 33 डिग्री जैसा अहसास हुआ। सिरसा में तापमान 41.4 डिग्री तक पहुंचा, जबकि रोहतक में 2.8 डिग्री की गिरावट देखी गई।
राज्य में अब तक सामान्य से 25% अधिक बारिश दर्ज की गई है, जो 89.6 मिमी हो चुकी है। यह बारिश गर्मी से राहत दे रही है, लेकिन उमस भरी गर्मी कुछ क्षेत्रों में परेशानी का कारण बनी है। मौसम की यह स्थिति 10 जुलाई तक बनी रहेगी।
बारिश का असर: राहत के साथ नुकसान
हालांकि तेज बारिश ने गर्मी से राहत दी है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में इसका नकारात्मक प्रभाव भी पड़ा है। हिसार में गर्मी से परेशान हाथियों का एक झुंड गांव में घुस गया, जिसने फसलों को नुकसान पहुंचाया। यह घटना किसानों के लिए चिंता का विषय बनी है।
फिर भी, बारिश ने कृषि के लिए लाभकारी साबित हुई है, क्योंकि नमी से फसलों को पानी मिल रहा है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मॉनसून की हवाएं अब उत्तर की ओर बढ़ रही हैं, जिससे बारिश की तीव्रता बढ़ेगी। लोगों को बारिश के लिए तैयार रहने और नुकसान से बचने की सलाह दी गई है।