हरियाणा में रिश्वतखोरी का भंडाफोड़: पलवल के CMO को 1 लाख रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया

हरियाणा में रिश्वतखोरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई
हरियाणा में रिश्वतखोरी: पलवल के CMO को 1 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया: हरियाणा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने रिश्वतखोरी के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पलवल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. जय भगवान को 1 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया।
यह कार्रवाई गुरुग्राम ACB की टीम द्वारा पलवल में CMO के सरकारी निवास पर की गई। तलाशी के दौरान उनके घर से 3 लाख रुपये नकद भी बरामद हुए। यह घटना हरियाणा में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई को दर्शाती है। ACB ने आम जनता से रिश्वत मांगने वाले अधिकारियों की शिकायत करने की अपील की है।
अस्पताल संचालकों से रिश्वत की मांग
शिकायतकर्ता ने बताया कि वह पलवल में सनराइज ट्रॉमा अस्पताल चला रहा था। CMO जय भगवान ने अस्पताल में कमियों का हवाला देकर इसे बंद करने की धमकी दी और इसके बदले में 15 लाख रुपये की रिश्वत मांगी। शिकायतकर्ता ने पहले 6 लाख रुपये और फिर 2 जुलाई 2025 को 1 लाख रुपये दिए।
CMO ने शेष 8 लाख रुपये की मांग की थी। शिकायतकर्ता केवल 1 लाख रुपये का इंतजाम कर पाया, जिसे देने के दौरान ACB ने जय भगवान को रंगे हाथों पकड़ लिया। यह घटना सरकारी अधिकारियों की लालच को उजागर करती है।
ACB की त्वरित कार्रवाई
हरियाणा ACB की गुरुग्राम टीम ने शिकायत मिलने के तुरंत बाद जाल बिछाया। 3 जुलाई 2025 को CMO को 1 लाख रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। उनके खिलाफ धारा 7 पीसी एक्ट और 308(2) भारतीय न्याय संहिता 2023 के तहत मामला दर्ज किया गया।
तलाशी में CMO के सरकारी निवास की अलमारी से 3 लाख रुपये नकद बरामद हुए। ACB की इस कार्रवाई ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को मजबूत किया है। यह मामला अन्य अधिकारियों के लिए भी एक चेतावनी है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता की भूमिका
हरियाणा ACB के प्रमुख ने आम जनता से अपील की है कि वे रिश्वत मांगने वाले अधिकारियों की शिकायत करें। इसके लिए टोल-फ्री नंबर 1800-180-2022 और 1064 उपलब्ध हैं। ACB ने आश्वासन दिया है कि शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
यह कार्रवाई हरियाणा में भ्रष्टाचार को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जनता की जागरूकता और ACB की सक्रियता से पारदर्शी प्रशासन संभव है। यह मामला समाज को भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुट होने का संदेश देता है।