हरियाणा में सफाईकर्मियों की वेतन वृद्धि और नशा मुक्ति केंद्रों की घोषणा

संत कबीर जयंती पर मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण घोषणाएं
हरियाणा में सफाईकर्मियों को मिली राहत: वेतन वृद्धि और नशा मुक्ति केंद्रों की स्थापना की गई घोषणा: सिरसा, हरियाणा: संत कबीर जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने सिरसा में एक भव्य समारोह में भाग लिया।
इस राज्यस्तरीय कार्यक्रम का आयोजन अनाज मंडी में किया गया, जहां हजारों लोग एकत्रित हुए और मुख्यमंत्री का जोरदार स्वागत किया। इस अवसर पर पीडब्ल्यूडी मंत्री रणबीर गंगवा, सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा और प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली जैसे प्रमुख नेता भी उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल ने की, जिन्होंने संत कबीर के सामाजिक सुधारों को याद करते हुए क्षेत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण मांगें रखीं।
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने अपने भाषण में संत कबीर के जीवन और उनके संदेशों को याद किया, यह बताते हुए कि उनकी शिक्षाएं आज भी समाज को प्रेरित करती हैं। उन्होंने सिरसा को संतों की तपोभूमि बताते हुए यहां उपस्थित होने को अपने लिए सौभाग्य माना।
इस अवसर पर सफाईकर्मियों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की गई, जिसमें मुख्यमंत्री ने उनके मासिक वेतन में 2100 रुपये की वृद्धि का ऐलान किया। यह घोषणा सुनकर उपस्थित जनसमूह ने खुशी से तालियां बजाईं। यह कदम सफाईकर्मियों के जीवन स्तर को सुधारने और उनके योगदान को मान्यता देने का प्रतीक है।
इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने नशे की समस्या को देखते हुए सिरसा, डबवाली और ऐलनाबाद में नशा मुक्ति केंद्रों की स्थापना की घोषणा की। सिरसा में सरसाई नाथ मेडिकल कॉलेज में 100 बेड का नशा मुक्ति केंद्र बनाया जाएगा।
डबवाली में मौजूदा 10 बेड वाले केंद्र को 30 बेड तक बढ़ाया जाएगा, जबकि ऐलनाबाद के सरकारी अस्पताल के पास एक नया नशा मुक्ति केंद्र स्थापित किया जाएगा। ये कदम नशे के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण साबित होंगे और युवाओं को नई दिशा प्रदान करेंगे।
कार्यक्रम में पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने सिरसा में संत कबीर दास भवन के निर्माण के लिए 5 एकड़ जमीन और 25 करोड़ रुपये की मांग की। इसके साथ ही, उन्होंने सिरसा में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) की स्थापना का प्रस्ताव रखा। उनका कहना था कि आईआईटी जैसे संस्थान युवाओं में शिक्षा के प्रति जागरूकता लाएंगे और उन्हें नशे की लत से मुक्त करने में मदद करेंगे। उनकी इन मांगों को जनता ने भी समर्थन दिया, जो सिरसा के विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
यह समारोह न केवल संत कबीर की शिक्षाओं को याद करने का अवसर था, बल्कि हरियाणा सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने का भी मंच बना। मुख्यमंत्री की इन घोषणाओं ने सिरसा की जनता में नई उम्मीद जगाई है, और यह स्पष्ट है कि सरकार सामाजिक सुधार और विकास के लिए कटिबद्ध है।