हरियाणा में सूरजमुखी की खरीद: किसानों के लिए सुनहरा अवसर, MSP 7280 रुपये!

हरियाणा में सूरजमुखी की खरीद का शुभारंभ
हरियाणा में सूरजमुखी की खरीद: किसानों के लिए सुनहरा अवसर, MSP 7280 रुपये! हरियाणा में सूरजमुखी की खरीद प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जो किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर प्रस्तुत करती है। राज्य सरकार ने 1 जून 2025 से पांच जिलों की 17 मंडियों में सूरजमुखी की खरीद आरंभ की है।
सूरजमुखी की खरीद: तारीख और MSP का लाभ
हरियाणा के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता विभाग ने 1 जून 2025 से सूरजमुखी की खरीद शुरू की है, जो 30 जून 2025 तक जारी रहेगी। भारत सरकार ने PSS योजना के तहत 8,883 मीट्रिक टन सूरजमुखी खरीदने की स्वीकृति दी है। न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 7,280 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है, जिससे किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिलेगा। वर्तमान में बाजार में कीमत 6,400-6,500 रुपये प्रति क्विंटल है, लेकिन MSP के माध्यम से किसानों को बेहतर आय की सुनिश्चितता मिलेगी। यह पहल किसानों के लिए एक वरदान साबित होगी।
किस जिलों और मंडियों में हो रही है खरीद?
हरियाणा में सूरजमुखी की खरीद प्रक्रिया के तहत अंबाला, करनाल, कुरुक्षेत्र, पंचकूला और यमुनानगर के 17 मंडियों में खरीद की जा रही है। अंबाला जिले में अंबाला शहर, अंबाला कैंट, शहजादपुर, साहा और बराड़ा में हैफेड खरीद कर रहा है, जबकि मुलाना में हरियाणा वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन (HWC) सक्रिय है।
किसानों का पंजीकरण और पैदावार का अनुमान
इस वर्ष 76,785 एकड़ में सूरजमुखी की खेती की गई है, और कृषि एवं कल्याण विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, 44,062 मीट्रिक टन पैदावार की संभावना है। 'मेरी फसल मेरा ब्यौरा' पोर्टल पर 18,166 किसानों ने सूरजमुखी के लिए पंजीकरण कराया है, जिससे उन्हें अपनी फसल का ब्यौरा दर्ज करने और खरीद प्रक्रिया में भाग लेने की सुविधा मिल रही है।
किसानों के लिए लाभ और भविष्य की उम्मीद
हरियाणा में सूरजमुखी की खरीद न केवल किसानों को उचित मूल्य दिलाएगी, बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करेगी। पिछले वर्ष 2024-25 में हैफेड ने सूरजमुखी की खरीद की थी, और इस वर्ष HWC का सहयोग इसे और प्रभावी बनाएगा। यह कदम किसानों के बीच विश्वास को बढ़ाता है कि सरकार उनकी मेहनत का सम्मान कर रही है।
सरकार का समर्थन और किसानों का उत्साह
हरियाणा सरकार का यह कदम किसानों के लिए एक नई उम्मीद की किरण है। सूरजमुखी की खरीद से उनकी आय में वृद्धि होगी, जिससे वे भविष्य में और अधिक उत्साह के साथ खेती करेंगे। 30 जून तक चलने वाली इस प्रक्रिया में किसानों से अनुरोध है कि वे अपनी फसल मंडियों में लाएं और MSP का लाभ उठाएं। यह पहल हरियाणा के कृषि क्षेत्र को नई दिशा दे रही है।