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हरियाणा मॉक ड्रिल 2025: 22 जिलों में आपातकालीन तैयारी का अभ्यास

हरियाणा मॉक ड्रिल 2025 आज पूरे राज्य में आयोजित की जा रही है, जिसमें 22 जिलों में आपातकालीन तैयारी का अभ्यास किया जाएगा। इस दौरान सायरन अलर्ट और 15 मिनट का ब्लैकआउट शामिल है। यह अभ्यास आपदा प्रबंधन को मजबूत करने और लोगों को आपात स्थिति में सही कदम उठाने के लिए तैयार करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। जानें इस अभ्यास के पीछे की पूरी कहानी और इसकी महत्वता।
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हरियाणा मॉक ड्रिल 2025: 22 जिलों में आपातकालीन तैयारी का अभ्यास

हरियाणा मॉक ड्रिल 2025: 22 जिलों में ब्लैकआउट की तैयारी

हरियाणा मॉक ड्रिल 2025 आज पूरे राज्य में चर्चा का विषय बना हुआ है। हरियाणा सरकार ने ऑपरेशन शील्ड के तहत 22 जिलों में शाम 5 बजे से मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्णय लिया है, जो रात 9 बजे तक चलेगा।


इस दौरान सायरन अलर्ट के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा। शाम 8 से 8:15 बजे तक 15 मिनट का ब्लैकआउट भी होगा। यह अभ्यास आपात स्थिति में तैयारियों की जांच के लिए किया जा रहा है। आइए, इस अभ्यास के बारे में विस्तार से जानते हैं।


ऑपरेशन शील्ड: आपदा प्रबंधन की तैयारी

हरियाणा मॉक ड्रिल 2025 का मुख्य उद्देश्य आपदा प्रबंधन को सुदृढ़ करना है। भारत-पाक तनाव के बाद शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदुर के तहत राज्य के विभिन्न शहरों और गांवों में सायरन लगाए गए हैं।


आज शाम 5 बजे से सायरन अलर्ट बजने लगेंगे, और रात 8 बजे से 15 मिनट का ब्लैकआउट होगा। यह अभ्यास यह सुनिश्चित करेगा कि सुरक्षा योजनाएं सही तरीके से कार्य कर रही हैं। सरकार का उद्देश्य लोगों को आपातकालीन तैयारी के लिए जागरूक करना है।


डॉ. सुमिता मिश्रा का महत्वपूर्ण बयान

गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने इस अभ्यास के बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि हरियाणा मॉक ड्रिल 2025 शाम 5 बजे से 22 जिलों में शुरू होगी और यह रात 9 बजे तक चलेगी।


इस दौरान एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड की प्रतिक्रिया समय की भी जांच की जाएगी। डॉ. मिश्रा ने कहा कि यह अभ्यास लोगों को आपात स्थिति में घबराने से रोकने और सही कदम उठाने के लिए तैयार करेगा।


लोगों और प्रशासन के बीच सहयोग

हरियाणा मॉक ड्रिल 2025 का एक प्रमुख उद्देश्य प्रशासन, स्वयंसेवकों और आम जनता के बीच सहयोग को बढ़ावा देना है। आपदा या युद्ध की स्थिति में सभी को मिलकर काम करना होगा। यह अभ्यास स्थानीय जागरूकता को भी बढ़ावा देगा।


यदि सायरन सुनाई नहीं देता या लोग गलत दिशा में जाते हैं, तो इन कमियों को दूर किया जाएगा। हरियाणा की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए यह कदम महत्वपूर्ण है। लोग सीखेंगे कि संकट के समय में अपनी भूमिका कैसे निभानी है।


जागरूकता और भविष्य की तैयारी

हरियाणा मॉक ड्रिल 2025 लोगों को जागरूकता अभियान के माध्यम से तैयार करेगा। सरकार चाहती है कि लोग आपदा या युद्ध की तैयारी में घबराएं नहीं। ब्लैकआउट और सायरन की व्यवस्था को परखना आवश्यक है।


यह 15 मिनट का ब्लैकआउट हमें सिखाएगा कि संकट में कैसे शांत रहना है। हरियाणा में यह अभ्यास चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग तैयार रहें और प्रशासन का सहयोग करें।