हिमाचल प्रदेश में बस दुर्घटना: सात की मौत, 21 घायल

हिमाचल प्रदेश में बड़ा हादसा
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में गुरुवार की सुबह एक गंभीर दुर्घटना हुई। सरकाघाट उपमंडल के मसेरन क्षेत्र में हिमाचल पथ परिवहन निगम की एक बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। इस हादसे में एक किशोर समेत सात लोगों की जान चली गई, जबकि 21 अन्य घायल हो गए। घायलों में से कई की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। मृतकों में चार महिलाएं, एक किशोर और दो पुरुष शामिल हैं।
उपमुख्यमंत्री का दौरा
दुर्घटना के बाद उपमुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री मुकेश अग्निहोत्री घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने घायलों की स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों से हादसे के कारणों के बारे में जानकारी ली। बस सरकाघाट से जमनी की ओर जा रही थी, जिसमें 30 से अधिक यात्री सवार थे। सुबह नौ बजे मसेरन के तांगरा मोड़ के पास यह हादसा हुआ। चालक ने एक कार को पास देते समय बस को सड़क से थोड़ा बाहर निकाला, जिससे वह नियंत्रण खोकर 50 फीट गहरी खाई में गिर गई।
घायलों का उपचार
एम्स व आईजीएमसी भेजे गंभीर घायल
घायलों को सिविल अस्पताल सरकाघाट से मेडिकल कॉलेज नेरचौक मंडी और मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के लिए रेफर किया गया है। घायलों में जिला मंडी और हमीरपुर के लोग शामिल हैं। बस चालक को भी नेरचौक मेडिकल कॉलेज भेजा गया है, जबकि गंभीर रूप से घायल लोगों को एम्स बिलासपुर और आइजीएमसी शिमला में भर्ती कराया गया है।
दुर्घटना का कारण
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस मसेरन से सरकाघाट की ओर आ रही थी। जैसे ही वह एक तीखे मोड़ पर पहुंची, चालक ने बस पर नियंत्रण खो दिया और वह सीधे खाई में गिर गई। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू किया। प्रशासन और पुलिस की टीमें भी जल्द ही मौके पर पहुंच गईं।
प्रारंभिक उपचार और जांच
सिविल अस्पताल सरकाघाट में दिया प्रारंभिक उपचार
एंबुलेंस सेवाएं तुरंत सक्रिय हो गईं, जिसमें 108 सेवा की कई गाड़ियां शामिल थीं। घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए सिविल अस्पताल सरकाघाट लाया गया। प्रारंभिक उपचार के बाद उन्हें अन्य अस्पतालों में रेफर किया गया। हादसे की खबर से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
जांच के बाद ही पता चल पाएगा हादसे का कारण
एसडीएम सरकाघाट और डीएसपी सरकाघाट ने घटनास्थल का दौरा किया और हादसे के कारणों की जांच के आदेश दिए हैं। प्रारंभिक जांच में डंगा बैठने से हादसा होने का अंदेशा है। प्रशासनिक जांच के बाद ही हादसे के कारण स्पष्ट होंगे।