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हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से मरने वालों की संख्या 10 तक पहुंची

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में बादल फटने की घटनाओं में मरने वालों की संख्या 10 तक पहुंच गई है। अधिकारियों ने बताया कि 34 लोग अब भी लापता हैं और उनकी खोज जारी है। मंगलवार को राज्य में बादल फटने की 11 घटनाएं हुईं, जिससे अचानक बाढ़ आई और कई भूस्खलन हुए। गोहर, करसोग, और थुनाग में शवों की बरामदगी हुई है। भारी बारिश के कारण 282 सड़कें बंद हो गईं और कई जल योजनाएं प्रभावित हुईं।
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हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से मरने वालों की संख्या 10 तक पहुंची

मंडी में बादल फटने की घटनाएं



  • बादल फटने के बाद 34 लोग अब भी लापता, तलाश अभियान जारी

  • 282 सड़कें बंद, 1361 ट्रांसफार्मर व 639 जल योजनाएं बाधित


शिमला से अपडेट: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में कल बादल फटने और अचानक आई बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या 10 हो गई है। अधिकारियों के अनुसार, पांच और शव बरामद होने के बाद यह संख्या बढ़ी है। वर्तमान में 34 लोग लापता हैं और उनकी खोज जारी है।


राज्य में बादल फटने की घटनाएं

मंगलवार को राज्य में बादल फटने की 11 घटनाएं हुईं


अधिकारियों के अनुसार, मंगलवार को हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की 11 घटनाएं हुईं। इन घटनाओं के कारण अचानक बाढ़ आई और कई भूस्खलन हुए, जिनमें से अधिकांश मंडी जिले में हुए। गोहर में चार, करसोग में तीन, धरमपुर में दो और थुनाग में एक घटना हुई।


गोहर में शवों की बरामदगी

गोहर के सियंज में दो शव बरामद


अधिकारियों ने बताया कि गोहर के सियंज में दो शव मिले, जबकि थुनाग, धार जारोल और पांडिव शील क्षेत्रों में एक-एक शव बरामद हुआ। मृतकों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। गोहर के बाड़ा में मंगलवार को दो और तलवारा में एक मौत दर्ज की गई। करसोग के पुराने बाजार में एक व्यक्ति की मौत हुई और जोगिंदरनगर के नेरी-कोटला में एक शव मिला। भारी बारिश के कारण राज्य में कुल 282 सड़कें बंद हो गईं और 1361 ट्रांसफार्मर व 639 जल योजनाएं प्रभावित हुईं।