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हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन से मची तबाही: जानें क्या हुआ?

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई है, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई। भारी बारिश के बाद चट्टान का मलबा एक घर पर गिर गया। राहत कार्य जारी है, जबकि धर्मपुर कस्बा बुरी तरह प्रभावित हुआ है। राज्य में मानसून के दौरान अब तक 404 लोगों की मौत हो चुकी है। देहरादून में भी बादल फटने की घटना हुई है। जानें इस आपदा के बारे में और क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
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हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन से मची तबाही: जानें क्या हुआ?

हिमाचल में भूस्खलन का कहर

Himachal Landslide: मंडी जिले के निहरी क्षेत्र में भारी बारिश के कारण भूस्खलन ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। चट्टान के खिसकने से एक घर मलबे में दब गया, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई, जबकि दो को सुरक्षित निकाल लिया गया। एसपी साक्षी वर्मा ने बताया कि बचाव कार्य अभी भी जारी है और टीम मौके पर सक्रिय है। धर्मपुर कस्बा इस आपदा से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है, जहां उफनती सोन खड्ड नदी ने तबाही मचाई। कई वाहन बह गए और सरकारी बसें डूब गईं, जिससे लोगों को छतों पर शरण लेनी पड़ी।


मंडी में भूस्खलन की घटना

सोमवार रात को मंडी जिले के निहरी क्षेत्र में एक गंभीर घटना घटी जब भारी बारिश के बाद चट्टान का मलबा एक घर पर गिर गया। इस हादसे में तीन लोगों की मृत्यु हो गई, जबकि दो लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। एसपी साक्षी वर्मा ने कहा कि बचाव कार्य जारी है और NDRF के साथ पुलिस की टीमें भी मौके पर मौजूद हैं।


अधिकारी की जानकारी

डीसीपी धरमपुर ने बताया कि सोन खड्ड नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया, जिससे रात के समय पूरे क्षेत्र में बाढ़ आ गई। रात करीब 12 बजे पानी बस स्टैंड तक पहुंच गया, जिससे सरकारी बसें डूब गईं और कई निजी वाहन बह गए। नदी किनारे के घरों और दुकानों में पानी भरने से लोग छतों पर शरण लेने को मजबूर हो गए। एक हॉस्टल, जिसमें 150 छात्र रहते थे, भी जलमग्न हो गया, लेकिन सभी छात्र सुरक्षित हैं। डीएसपी संजीव सूद के नेतृत्व में पुलिस और बचाव टीमें राहत कार्य में जुटी हुई हैं।


हिमाचल में मौजूदा स्थिति

हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) की रिपोर्ट के अनुसार, 20 जून से शुरू हुए मानसून सीजन में राज्य में 404 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें से 229 मौतें बारिश से संबंधित घटनाओं में और 175 सड़क हादसों में हुई हैं। मंडी जिले में अकेले बारिश जनित घटनाओं में 37 लोगों की मौत हुई है।


सड़क हादसों में वृद्धि

एक रिपोर्ट में कहा गया है कि फिसलन और अस्थिर ढलानों के कारण सड़क हादसों में वृद्धि हुई है। मंडी और सोलन में सड़क हादसों में 24-24 मौतें दर्ज की गई हैं, जबकि चंबा में 22 और कांगड़ा में 21 मौतें हुई हैं।


देहरादून में बादल फटने की घटना

उत्तराखंड के देहरादून में भी बादल फटने की घटना हुई है। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात कर स्थिति का जायजा लिया। सीएम ऑफिस के अनुसार, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है। राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी हैं।


हिमालयी राज्यों में बारिश का प्रभाव

हिमाचल और उत्तराखंड एक बार फिर मानसून के कहर से प्रभावित हुए हैं। राज्य प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है, लेकिन जलवायु परिवर्तन और अनियोजित निर्माण के कारण हर साल ऐसी आपदाएं और भी गंभीर होती जा रही हैं।