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हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन से हड़कंप, यातायात ठप

हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में शुक्रवार को एक गंभीर भूस्खलन ने राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर यातायात को बाधित कर दिया। इस घटना में एक परिवार की कार बाल-बाल बच गई, लेकिन सड़क पर गिरे मलबे ने यातायात को पूरी तरह से ठप कर दिया। प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मलबा हटाने का कार्य शुरू किया। जानें इस घटना के बारे में और क्या कदम उठाए गए हैं।
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हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन से हड़कंप, यातायात ठप

सिरमौर जिले में भूस्खलन की घटना

हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन: सिरमौर जिले में शुक्रवार को एक गंभीर भूस्खलन ने राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर अफरा-तफरी मचा दी। इस घटना में एक परिवार की कार मलबे के नीचे आने से बाल-बाल बच गई। हालांकि, इस हादसे में कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन सड़क पर गिरे पत्थरों ने यातायात को पूरी तरह से बाधित कर दिया।


यह घटना दोपहर के समय हुई, जब अचानक पहाड़ी से बड़े पत्थर और मलबा राजमार्ग पर गिरने लगे। उस समय एक कार इस खतरनाक क्षेत्र के निकट थी। मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार, यह सब कुछ चंद सेकंड में हुआ। यदि कार थोड़ी देर और रुकती, तो स्थिति गंभीर हो सकती थी। घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है, जिसमें लोग घबराकर सुरक्षित स्थानों की ओर भागते हुए दिखाई दे रहे हैं।



स्थानीय लोगों में दहशत


भूस्खलन की तीव्रता इतनी अधिक थी कि सड़क पर गिरे पत्थरों ने राजमार्ग को पूरी तरह से जाम कर दिया। स्थानीय निवासियों और यात्रियों ने मलबा गिरने पर शोर मचाया और तुरंत सुरक्षित स्थानों की ओर दौड़ पड़े।


प्रशासन की तत्परता


घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की। राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर यातायात को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है, और मलबे को हटाने का कार्य तेजी से चल रहा है। अधिकारियों ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे अस्थिर मौसम के दौरान पहाड़ी मार्गों से बचें और भूस्खलन की स्थिति में वाहनों में न रहें।


भूस्खलन का खतरा बढ़ता जा रहा है


हिमाचल प्रदेश में मानसून के दौरान बारिश और भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है। प्रशासन ने यात्रियों से सुरक्षित मार्गों का चयन करने और मौसम की जानकारी रखने की अपील की है।