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हिमाचल प्रदेश में मूसलधार बारिश से तबाही, कई लापता

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में मूसलधार बारिश ने व्यापक तबाही मचाई है। करसोग और धर्मपुर उपमंडल में बादल फटने और अचानक आई बाढ़ के कारण कई लोग लापता हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है, जिसमें 25 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। प्रशासन ने लोगों से नदी-नालों के आसपास न जाने की अपील की है। जानें इस आपदा के बारे में और क्या जानकारी मिली है।
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हिमाचल प्रदेश में मूसलधार बारिश से तबाही, कई लापता

हिमाचल प्रदेश में बारिश का कहर

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में सोमवार रात से जारी मूसलधार बारिश ने व्यापक तबाही मचाई है। करसोग और धर्मपुर उपमंडल में बादल फटने और अचानक आई बाढ़ के कारण भारी नुकसान हुआ है। गोहर और सदर उपमंडल में भी भूस्खलन और जलभराव की कई घटनाएं सामने आई हैं। करसोग में एक व्यक्ति की जान चली गई, जबकि गोहर में सात लोग लापता हैं।


करसोग के पुराना बाजार (पंजराट), कुट्टी, बरल, ममेल और भ्याल क्षेत्रों में अचानक आई बाढ़ के कारण कई वाहन बह गए और घरों को नुकसान पहुंचा। करसोग के डीएसपी तरनजीत सिंह ने बताया कि राहत और बचाव कार्य जारी है, जिसमें 25 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।


गोहर उपमंडल में एक मकान बह गया, जिसमें मां-बेटी को बचा लिया गया, लेकिन सात लोग अब भी लापता हैं। लापता लोगों में बागा गांव के निवासी पदम सिंह (75), देवकू देवी (70), झाबे राम (50), पार्वती देवी (47), सुरमि देवी (70), इंद्र देव (29), उमावती (27), कनिका (9) और गौतम (7) शामिल हैं।


धर्मपुर की मंडप तहसील के सुंदल गांव के पास अचानक आई बाढ़ से काफल भवानी माता मंदिर से आने वाला नाला उफान पर आ गया, लेकिन यहां किसी जनहानि की सूचना नहीं है। हालांकि, धर्मपुर की लौंगनी पंचायत के सयाठी गांव में भूस्खलन से एक मकान और कई गौशालाएं जमींदोज हो गईं, जिसमें मवेशियों और खच्चरों के हताहत होने की खबर है।


जिले में भारी बारिश के कारण पंडोह डैम का जलस्तर तेजी से बढ़कर 2922 फीट तक पहुंच गया है, जबकि खतरे का निशान 2941 फीट पर है। जलस्तर को नियंत्रित रखने के लिए डैम से ब्यास नदी में डेढ़ लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जा रहा है।


इससे ब्यास नदी उफान पर है और मंडी शहर में पंचवक्त्र मंदिर तक पानी पहुंच गया है। शहर में कई स्थानों पर जलभराव हो गया है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी-नालों के आसपास न जाएं और सुरक्षित स्थानों पर रहें।


भारी बारिश के कारण मंडी शहर के पंडोह बाजार में जलभराव हो गया, जहां रात में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। रघुनाथ का पधर से प्रशासन ने 12 लोगों को रेस्क्यू किया। शहर के पैलेस कॉलोनी वार्ड में भी बारिश ने तबाही मचाई, जहां जेल रोड इलाके में कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचा।


मंडी कोटली सड़क पर कई स्थानों पर लैंडस्लाइड की घटनाएं हुई हैं, जिससे कई घरों और गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है। बाड़ी गुमाणू सड़क पर भारी लैंडस्लाइड हुआ, जिससे यह संपर्क मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है।


पंडोह के पास पटीकरी पावर प्रोजेक्ट को भी भारी नुकसान हुआ है। बाखली और कुकलाह पुल टूट जाने से कई क्षेत्रों का संपर्क टूट गया है। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर यातायात पूरी तरह से बंद है।


जिले में हो रही लगातार बारिश और संभावित खतरे को देखते हुए सभी शैक्षणिक संस्थानों को एहतियातन बंद कर दिया गया है। राहत और बचाव टीमें अलर्ट मोड पर हैं।