हिसार में छात्र हत्या: स्कूल सीट विवाद ने ली जान

हिसार में छात्र हत्या की घटना
हिसार क्राइम न्यूज़: स्कूल सीट विवाद ने बना दी जानलेवा स्थिति, जानिए हिसार छात्र हत्या के पीछे की सच्चाई: हिसार में 14 वर्षीय एक किशोर ने अपने सहपाठी दीक्षित की गोली मारकर हत्या कर दी, जिससे पूरा शहर दंग रह गया।
यह दुखद घटना सातरोड खुर्द के रेलवे स्टेशन के निकट हुई। हत्या का कारण एक साल पुराना स्कूल में सीट को लेकर विवाद बताया जा रहा है। पुलिस ने आरोपी किशोर को गिरफ्तार कर लिया है। आइए, इस दुखद घटना की पूरी जानकारी प्राप्त करें।
दूध लेने निकला, लेकिन लौटकर नहीं आया
मस्तनाथ कॉलोनी में रहने वाला 14 वर्षीय दीक्षित दसवीं कक्षा का छात्र था। उसके पिता प्रकाश सेना से नायक पद से रिटायर हैं। 29 मई 2025 को स्कूल की छुट्टी थी।
सुबह 6:30 बजे दीक्षित दूध खरीदने के लिए एक्टिवा पर निकला। उसने अपने दादा का फोन भी लिया था। सवा सात बजे उसने फोन करके बताया कि वह दूध लेकर घर लौट रहा है, लेकिन वह वापस नहीं आया। परिवार ने बार-बार फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
गोलीबारी और दुखद अंत
सुबह 7:29 बजे एक महिला ने फोन उठाया और बताया कि लड़के को गोली लगी है और वह तड़प रहा है। परिवार तुरंत दौड़ा और दीक्षित को जिंदल अस्पताल ले गया।
वहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस जांच में पता चला कि हांसी के 14 वर्षीय किशोर ने दादा की लाइसेंसी डोगा बंदूक से दीक्षित की कमर में दो गोलियां मारीं। दीक्षित ने तड़पते हुए दम तोड़ दिया। यह घटना सभी के लिए एक बड़ा सदमा है।
स्कूल का विवाद हत्या का कारण
पुलिस और फोरेंसिक टीम ने सातरोड खुर्द पर साक्ष्य जुटाए। जांच में यह सामने आया कि एक साल पहले स्कूल में सीट को लेकर दोनों बच्चों के बीच झगड़ा हुआ था। आरोपी किशोर ने अपने दादा की लाइसेंसी बंदूक से दीक्षित की हत्या की।
दोनों एक ही स्कूल में पढ़ते थे। दीक्षित अपनी बहन का इकलौता भाई था, जबकि आरोपी भी अपने परिवार का इकलौता बेटा है। राजकीय रेलवे पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेजा।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
वारदात के बाद किशोर मौके से भाग गया। सीआईए टीम ने उसे दोपहर बाद पकड़ लिया। राजकीय रेलवे पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया। एसआई विनोद कुमार ने बताया कि हिसार छात्र हत्या की जांच जारी है।
किशोर अपराध का यह मामला गंभीर है। पुलिस यह समझने की कोशिश कर रही है कि स्कूल विवाद इतना बड़ा कैसे बन गया। परिवार और शहरवासी शोक में हैं। हरियाणा में यह एक दुखद अध्याय है।