हुमायूं कबीर के बेटे पर गंभीर आरोप: क्या है पूरा मामला?
हुमायूं कबीर फिर से चर्चा में
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में जनता उन्नयन पार्टी के संस्थापक हुमायूं कबीर एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। इस बार उनके बेटे गुलाम नबी आजाद पर गंभीर आरोप लगे हैं। पश्चिम बंगाल पुलिस ने उन्हें उनके निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) के साथ कथित मारपीट के मामले में हिरासत में लिया है, जिससे राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है।
शनिवार की सुबह का विवाद
जानकारी के अनुसार, यह घटना शनिवार सुबह की है। हुमायूं कबीर के निजी सुरक्षा अधिकारी, कांस्टेबल जुम्मा खान ने साक्तिपुर पुलिस स्टेशन में इस मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराई। कांस्टेबल ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से छुट्टी मांगी, तो रॉबिन ने उनके साथ मारपीट की। यह घटना हुमायूं कबीर के ग्राउंड फ्लोर कार्यालय में हुई, जहां आम नागरिक भी मौजूद थे।
पुलिस की कार्रवाई
शिकायत के बाद, साक्तिपुर पुलिस की एक टीम हुमायूं कबीर के निवास पर पहुंची और मामले की जांच की। प्रारंभिक जांच के आधार पर, पुलिस ने मुख्य आरोपी गुलाम नबी आजाद उर्फ रॉबिन को हिरासत में लिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी पहलुओं की जांच की जा रही है और तथ्यों के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
हुमायूं कबीर के विवादित बयान
इस घटनाक्रम के बीच, हुमायूं कबीर अपने विवादित बयानों के लिए भी चर्चा में हैं। हाल ही में बाबरी मस्जिद को लेकर उनके बयान ने राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया। उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद को लगभग 30 साल पहले गिराया गया था और सुप्रीम कोर्ट के फैसले में यह नहीं कहा गया कि देश में कहीं और मस्जिद नहीं बनाई जा सकती। उनका तर्क था कि जब कोर्ट ने दूसरी जगह जमीन दी थी, तो बंगाल जैसे राज्य में मस्जिद बनने पर आपत्ति क्यों होनी चाहिए।
आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी
इसके अलावा, हुमायूं कबीर ने आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर भी बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि वह नौशाद सिद्दीकी और AIMIM के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ना चाहते हैं। उनके अनुसार, मुर्शिदाबाद, मालदा और उत्तर दिनाजपुर जैसे क्षेत्रों में उनकी पार्टी अच्छा प्रदर्शन कर सकती है। हालांकि, तृणमूल कांग्रेस (TMC) पहले ही उनके साथ किसी भी गठबंधन से इनकार कर चुकी है, जिससे आगामी चुनाव और भी दिलचस्प होते नजर आ रहे हैं।
