Newzfatafatlogo

हैदराबाद एयरपोर्ट पर बड़ा विमान हादसा टला, एअर इंडिया की फ्लाइट में तकनीकी खराबी

तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में एअर इंडिया की एक फ्लाइट में उड़ान भरने से पहले तकनीकी खराबी आ गई, जिससे एक बड़ा विमान हादसा टल गया। पायलट की सूझबूझ से सभी यात्री सुरक्षित रहे। एअर इंडिया ने यात्रियों के लिए वैकल्पिक विमान की व्यवस्था की। इस घटना ने एयरलाइन की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं, खासकर पिछले साल की एक भयानक दुर्घटना के संदर्भ में, जिसमें अधिकांश यात्री मारे गए थे। जानें इस घटना के बारे में और एयरलाइन की सुरक्षा नीतियों में होने वाले बदलावों के बारे में।
 | 
हैदराबाद एयरपोर्ट पर बड़ा विमान हादसा टला, एअर इंडिया की फ्लाइट में तकनीकी खराबी

हादसे से बची एअर इंडिया की फ्लाइट

तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुक्रवार को एक गंभीर विमान दुर्घटना से बचाव हुआ। एअर इंडिया की एक फ्लाइट, जो मुंबई के लिए उड़ान भरने वाली थी, में टेकऑफ से पहले तकनीकी समस्या उत्पन्न हुई। पायलट ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए तुरंत उड़ान रोक दी और विमान को सुरक्षित रूप से रनवे पर रोक लिया। इस त्वरित निर्णय के कारण सभी यात्री सुरक्षित रहे।


यात्रियों के लिए वैकल्पिक विमान की व्यवस्था

एअर इंडिया की टीम ने तुरंत यात्रियों के लिए एक अन्य विमान की व्यवस्था की, जिससे उन्हें मुंबई के लिए रवाना किया गया। इस घटना में किसी भी यात्री के हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन यह घटना एयरलाइन की सुरक्षा पर सवाल उठाती है।


पिछली दुर्घटना की याद दिलाता हादसा

हाल ही में, 12 जून 2025 को एअर इंडिया की एक अन्य फ्लाइट AI-171 ने एक भयानक दुर्घटना का सामना किया था। यह विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था, जब इसके दोनों इंजन फेल हो गए और यह बीजे मेडिकल कॉलेज की इमारत से टकरा गया। इस दुर्घटना में 242 यात्रियों में से 241 की जान चली गई, जबकि कॉलेज के 22 लोग भी प्रभावित हुए।


केवल एक यात्री बचे जीवित

इस हादसे के बाद मृतकों की पहचान डीएनए परीक्षण के माध्यम से की जा रही है। अब तक 231 शवों की पहचान हो चुकी है और 210 शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं। इस दुर्घटना में केवल एक ब्रिटिश नागरिक, विश्वाशकुमार रमेश, ही जीवित बचे हैं, जो चमत्कारिक रूप से बच गए।


एअर इंडिया की सुरक्षा में कटौती

इन घटनाओं को देखते हुए, एअर इंडिया ने घोषणा की है कि 21 जून से 15 जुलाई 2025 के बीच वह प्रति सप्ताह 38 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में कमी करेगी और तीन विदेशी मार्गों पर सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित रहेंगी। इन निर्णयों ने एयरलाइन की सुरक्षा और संचालन की गुणवत्ता पर फिर से चर्चा को जन्म दिया है।